बीकानेर रेलवे स्टेशन स्थित जीआरपी थाने के निरीक्षण के लिए आए माहेश्वरी ने सोमवार को ‘राजस्थान पत्रिका’ से कहा कि चलती ट्रेन में यात्री का सामान चोरी होने पर वे थाने में रिपोर्ट तो दर्ज कराते हैं, लेकिन वे भी सफर में होते हैं और आगे निकल जाते हैं। इसके बावजूद जीआरपी मुस्तैदी से अपना कार्य करती है। जीआरपी के पास उपलब्ध संसाधन के साथ जवान पूरी निष्ठा से कार्य कर रहे हैं।
क्राइम बैठक में दिए निर्देश
थाने के निरीक्षण के बाद डीआईजी माहेश्वरी ने रेलवे स्टेशन स्थित जीआरपी के पुलिस उपाधीक्षक कार्यालय में क्राइम बैठक ली। इसमें बीकानेर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, सादुलपुर, रतनगढ़ के जीआरपी थाना प्रभारी शामिल हुए। माहेश्वरी ने सभी थाना प्रभारियों को बकाया प्रकरणों का निस्तारण करने के निर्देश दिए। यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोपरि बताते हुए हर समय तत्पर रहने की बात कही। इस बीच थाना प्रभारियों ने आवासीय क्वार्टर्स की समस्या भी रखी। इससे पूर्व उन्होंने जीआरपी थाने का अवलोकन किया।
थाने के निरीक्षण के बाद डीआईजी माहेश्वरी ने रेलवे स्टेशन स्थित जीआरपी के पुलिस उपाधीक्षक कार्यालय में क्राइम बैठक ली। इसमें बीकानेर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, सादुलपुर, रतनगढ़ के जीआरपी थाना प्रभारी शामिल हुए। माहेश्वरी ने सभी थाना प्रभारियों को बकाया प्रकरणों का निस्तारण करने के निर्देश दिए। यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोपरि बताते हुए हर समय तत्पर रहने की बात कही। इस बीच थाना प्रभारियों ने आवासीय क्वार्टर्स की समस्या भी रखी। इससे पूर्व उन्होंने जीआरपी थाने का अवलोकन किया।
1984 के बाद नई भर्ती नहीं
एक सवाल के जबाव में माहेश्वरी ने माना कि जीआरपी में वास्तव में 1984 के बाद नई भर्ती नहीं हुई है। उस जमाने के आधार पर ही नफरी चल रही है। उन्होंने कहा कि नई भर्ती रेलवे बोर्ड की मंजूरी से होती है। इसके लिए समय-समय पर मुख्यालय को लिखा भी है। नए क्वार्टरों के सवाल पर माहेश्वरी ने कहा कि इसके लिए पिछले दिनों डीआरएम से वार्ता हुई है, उम्मीद है कि आने वाले दिनों इस समस्या का समाधान हो जाएगा।
एक सवाल के जबाव में माहेश्वरी ने माना कि जीआरपी में वास्तव में 1984 के बाद नई भर्ती नहीं हुई है। उस जमाने के आधार पर ही नफरी चल रही है। उन्होंने कहा कि नई भर्ती रेलवे बोर्ड की मंजूरी से होती है। इसके लिए समय-समय पर मुख्यालय को लिखा भी है। नए क्वार्टरों के सवाल पर माहेश्वरी ने कहा कि इसके लिए पिछले दिनों डीआरएम से वार्ता हुई है, उम्मीद है कि आने वाले दिनों इस समस्या का समाधान हो जाएगा।
80 प्रतिशत बरामदगी
माहेश्वरी ने बताया कि वर्ष 2017 में बीकानेर में जीआरपी ने चोरी के प्ररकणों में 80 प्रतिशत बरामदगी की, जो वृत्त के अन्य थानों से अधिक है। पूरे वृत्त की बात करें तो जीआरपी ने 53 प्रतिशत बरामदगी की है।
माहेश्वरी ने बताया कि वर्ष 2017 में बीकानेर में जीआरपी ने चोरी के प्ररकणों में 80 प्रतिशत बरामदगी की, जो वृत्त के अन्य थानों से अधिक है। पूरे वृत्त की बात करें तो जीआरपी ने 53 प्रतिशत बरामदगी की है।