निगम अमृत योजना के तहत छह पार्कों में हरियाला क्षेत्र विकसित करने के साथ ओपन जिम, बच्चों के झूले, प्रकाश व्यवस्था, पौधरोपण व दूब लगाने आदि कार्य करवाए जा रहे हैं। इसी योजना में जस्सोलाई व्यास पार्क में भी काम शुरू हुआ था। निगम अधिकारी अब निजी सम्पत्ति पर अमृत योजना के तहत राशि खर्च करने के सवाल पर बचते नजर आ रहे हैं।
ट्रस्ट से अनुमति नहीं
कीकाणी व्यास पंचायत सम्पति ट्रस्ट के अध्यक्ष नारायण दास व्यास ने कहा कि जस्सोलाई व्यास पार्क ट्रस्ट की सम्पत्ति है। ट्रस्ट ने नगर निगम से यहां काम करवाने की मांग भी नहीं की थी। निगम ने ट्रस्ट से बिना पूछे यहां काम शुरू करवाया है। यहां काम की आवश्यकता नहीं है। व्यास के अनुसार ट्रस्ट अपने स्तर पर पार्क का विकास कर रहा है। ट्रस्ट ने निगम प्रशासन को पार्क के मालिकाना हक से संबंधित सभी दस्तावेज सौंप दिए हैं।
कीकाणी व्यास पंचायत सम्पति ट्रस्ट के अध्यक्ष नारायण दास व्यास ने कहा कि जस्सोलाई व्यास पार्क ट्रस्ट की सम्पत्ति है। ट्रस्ट ने नगर निगम से यहां काम करवाने की मांग भी नहीं की थी। निगम ने ट्रस्ट से बिना पूछे यहां काम शुरू करवाया है। यहां काम की आवश्यकता नहीं है। व्यास के अनुसार ट्रस्ट अपने स्तर पर पार्क का विकास कर रहा है। ट्रस्ट ने निगम प्रशासन को पार्क के मालिकाना हक से संबंधित सभी दस्तावेज सौंप दिए हैं।
जांच के बाद स्थिति होगी स्पष्ट
निगम आयुक्त प्रदीप के गवांडे ने कहा कि शिकायत के बाद एक बार व्यास पार्क में अमृत योजना के तहत होने वाले काम को रोकने के निर्देश दिए हैं। ट्रस्ट ने पार्क की जमीन को निजी सम्पत्ति बताया है। पट्टा भी दिया है। पट्टे का हिन्दी में अनुवाद होने के बाद ही सही स्थिति सामने आ पाएगी। स्थिति स्पष्ट होने के बाद ही कोई निर्णय किया जाएगा। योजना में शामिल हुए पार्कों से संबंधित सभी जानकारी ली जा रही है।
निगम आयुक्त प्रदीप के गवांडे ने कहा कि शिकायत के बाद एक बार व्यास पार्क में अमृत योजना के तहत होने वाले काम को रोकने के निर्देश दिए हैं। ट्रस्ट ने पार्क की जमीन को निजी सम्पत्ति बताया है। पट्टा भी दिया है। पट्टे का हिन्दी में अनुवाद होने के बाद ही सही स्थिति सामने आ पाएगी। स्थिति स्पष्ट होने के बाद ही कोई निर्णय किया जाएगा। योजना में शामिल हुए पार्कों से संबंधित सभी जानकारी ली जा रही है।