मास्टर प्लान के अधिसूचित होने के बाद इसके अनुसार ही आवासीय और औद्योगिक क्षेत्र विकसित होंगे। इससे जनसुविधाओं का विस्तार होगा। नए खेल स्टेडियम और स्पोर्ट़स कॉपलेक्स, बस स्टैण्ड, पार्क और सार्वजनिक जनसुविधाओं की व्यवस्था होगी। नगर नियोजन विभाग जयपुर ने बीकानेर शहर का वर्ष 2023 से 2043 तक बीस साल का
मास्टर प्लान तैयार किया है। शहर की बढ़ती आबादी, आवश्यकताओं एवं भविष्य की जरूरतों के साथ प्रदूषण और पर्यावरण को दृष्टिगत रखकर इसे तैयार किया गया है। आमजन इस मास्टर प्लान पर आपत्तियां और सुझाव दे सकते है।
शहर की सीमाएं बढ़ी
मास्टर प्लान 2043 की सीमा उत्तर-पूर्व में जयपुर रोड तथा सूरतगढ़ रेलवे लाइन के मध्य, उत्तर में खारा व पूर्व में पेमासर व उसके समीपवर्ती क्षेत्र तक, दक्षिण पूर्व दिशा में हिमतासर, रायसर के कुछ भाग तक, जोड़बीड़ व जयपुर रोड तक, दक्षिण-पश्चिम में जैसलमेर रोड तथा दिल्ली रेलवे लाइन के बीच, उदयरामसर व उसके समीपवर्ती क्षेत्र, उत्तर पश्चिम में सूरतगढ़ रेलवे लाइन, जैसलमेर बाईपास तक प्रस्तावित है। शहर के चारों ओर 60 मीटर की रिंग रोड प्रस्तावित की गई है। जो जयपुर रोड, श्रीगंगानगर रोड, जैसलमेर रोड, नोखा रोड को जोड़ेगी।
श्रीगंगानगर-जैसलमेर बाईपास पर औद्योगिक क्षेत्र, भण्डारण एवं गोदाम, थोक व्यापार, सार्वजनिक, अर्द्ध सार्वजनिक, मिश्रित भू उपयोग व इनके समीपवर्ती क्षेत्र में आवासीय भू उपयोग प्रस्तावित है। जयपुर रोड बीकानेर की प्रमुख सड़क होने से व्यावसायिक गतिविधियां विकसित होने की संभावना है। इसके दोनों ओर मिश्रित भू उपयोग प्रस्तावित है।
जैसलमेर रोड पर दोनों ओर गोचर भूमि होने से भू उपयोग प्रस्तावित नहीं किया गया है। नाल छोटी, नाल बड़ी के कुछ क्षेत्र में व गोचर के समीपवर्ती क्षेत्र में सार्वजनिक, अर्द्ध सार्वजनिक, आवासीय, भू उपयोग प्रस्तावित है। नोखा रोड पर दोनों तरफ मिश्रित भू उपयोग के अतिरिक्त अर्द्ध सार्वजनिक व इसके दोनों ओर उदयरामसर को शामिल कर आवासीय भू उपयोग प्रस्तावित है।
वर्तमान में उत्तर पूर्व में श्रीगंगानगर रोड पर खारा औद्योगिक क्षेत्र है। इसके समीपवर्ती क्षेत्र में अन्य औद्योगिक भू उपयोग, भण्डारण एवं गोदाम ट्रक टर्मिनल प्रस्तावित किए गए है। श्रीगंगानगर-जैसलमेर बाईपास के सहारे व मेडता रेलवे लाइन तथा नोखा रोड के बीच प्रस्तावित बाईपास व अन्य औद्योगिक भू उपयोग प्रस्तावित है।