बिजनौर पुलिस लाइन में स्थित परिवार परामर्श केंद्र में ऐसा ही मामला सामने आया। केंद्र की सदस्य सुमन चौधरी ने बताया कि एक महिला ने पति की शिकायत की थी। पति-पत्नी दोनों को बुलाया गया। पति ने रोते हुए बताया कि पत्नी की यह दूसरी शादी है। बच्चा भी पहले पति से है। केंद्र से ही पहले पति को फोन किया गया, तो उसने बताया कि वह पहला नहीं दूसरा पति है, बच्चा भी उसका नहीं है। दोनों पति पसंद नहीं आने पर उसने छोड़ दिए।
यह सुनकर सब हैरान रह गए। तब पति ने बताया कि जब से शादी की है, महिला उसका लगातार उत्पीड़न कर रही है। मारपीट का आरोप भी झूठा लगा रही है। भेद खुलने लगा तो महिला चुपचाप वहां से निकल गई, उसने रजिस्टर पर साइन भी नहीं किए।
सुमन चौधरी का कहना है कि बदलते दौर में पुरुष भी पीड़ित हो रहा है। सुनवाई के दौरान ऐसे भी मामले आते हैं, जिनमें पति की गलती नहीं होती बल्कि महिला ने बिना वजह आरोप लगाकर प्रताड़ित किया।