वन विहार प्रबंधन के मुताबिक सतना के मुकुंदपुर व्हाइट सफारी से दो सफेद कृष्णमृग लाए जाने की तैयारी की जा रही है। इसमें एक मेल और एक फीमेल शामिल हैं। इसके लिए मुकुंदपुर व्हाइट टाइगर सफारी प्रबंधन से भी सहमति ले ली गई है। साथ ही अंतिम अनुमति के लिए इसका प्रपोजल सीजेडए (सेंट्रल जू अथॉरिटी) को जुलाई महीने में ही भेज दिया गया है। अब इसके अनुमति मिलने का इंतजार किया जा रहा है। सीजेडए से अनुमति मिलते की मेहमानों को जल्द ही लाया जा सकेगा।
अभी ये है स्थिति
दरअसल, वन विहार राष्ट्रीय उद्यान में करीब 15 सौ से अधिक प्रजातियों वन्यजीव हैं। इनमें से 300 से अधिक काले कृष्णमृग हैं किंतु सफेद कृष्णमृग नहीं था। इस नए प्रपोजल की स्वीकृति मिलने के बाद और दो सफेद कृष्णमृग और आ जाएंगे।
इनकी ये है विशेषता
कृष्णमृग मुख्य रूप से दिन में सक्रिय रहने वाला जीव है। यह हरी-भरी घास और पर्याप्त मात्रा में जल की उपलब्ध्ता वाले इलाकों में ही रह पाते हैं। इसे हिंदू धर्म में पवित्रता और बौद्ध धर्म में सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है। इतना ही नहीं ये कृष्णमृग पंजाब, हरियाणा और आंध्र प्रदेश की राजकीय पहचान भी हैं।
ब्लैक बक लाए जाने को लेकर फाइनल अप्रूवल के लिए प्रपोजल सीजेडए को भेजा गया है। हमारी तैयारी पूरी है अप्रूवल मिलते ही जल्द ही लाया जाएगा।