भोपाल से दिल्ली तक सुरक्षित तरीके से चलने के लिए वंदे भारत बाधित एक्सप्रेस कॉरिडोर बनाने की पहल जिम्मे की गई थी। भोपाल रेल मंडल ने इसका जोर-शोर से प्रचार भी किया ट्रैफि था। जमीनी विवाद और फंड ट्रांसफर नहीं होने के चलते वंदे भारत एक्सप्रेस कॉरिडोर का काम अभी तक चालू नहीं हुआ है। जानवर और आम नागरिक रेलवे ट्रैक क्रॉस करते समय वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के सामने आ रहे हैं।
पहले भी हो चुके हैं हादसे
जानकारी के लिए बता दें कि इससे पहले ग्वालियर के डबरा स्टेशन के पास भी वंदे भारत एक्सप्रेस हादसे का शिकार हो चुकी है। ट्रेन एक गाय से टकरा गई थी, जिसके बाद इंजन का बोनट क्षतिग्रस्त हो गया। काफी समय तक ट्रेन ओवरब्रिज के पास खड़ी रही थी। इसके बाद टेक्निकल स्टाफ की मदद से इसे ठीक किया गया।
एक अप्रैल से शुरू हुई थी एमपी की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस
एक अप्रैल को पीएम मोदी ने मध्यप्रदेश को पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन सौगात दी थी। ट्रेन को शुरू हुए अभी छह महीना भी नहीं हुआ कि कई बार ये हादसे शिकार हो चुकी है वंदे भारत ट्रेन रानी कमलापति स्टेशन से नई दिल्ली तक का सफर करीब 7.45 घंटे में पूरा करती है।