इससे लंबी दूरी की ट्रेनों की कमी दूर की जा सकेगी। वंदे भारत मेट्रो ट्रेन 100 से 200 किमी के बीच पड़ने वाले स्टेशनों के बीच रनिंग करेगी। इसमें बैठने के लिए सामान्य सीटें उपलब्ध रहेंगी। आम ट्रेनों की तुलना में वंदे भारत मेट्रो का किराया ज्यादा रहेगा जिसे रेलवे बोर्ड द्वारा तय किया जाना है।
Indian Railway: वेटिंग टिकट पर यात्रा बंद, पकड़े गए तो… ट्रेन से उतार देगा टीटीई
सागर से शाजापुर और भोपाल से बैतूल का होगा सफर
उल्लेखनीय है कि कोरोना काल से पहले जिन ग्रामीण एवं छोटे स्टेशनों के बीच लंबी दूरी की ट्रेनों को हॉल्ट दिया जाता था वो अब बंद हो चका है। लंबी दूरी की ट्रेनों के हाल्ट बंद होने से ग्रामीण आबादी सड़क परिवहन के भरोसे आवाजाही कर रही है। रेलवे के मुताबिक मेट्रो सेवा सागर से शाजापुर और भोपाल से बैतूल के बीच वंदे शुरू की जा सकती है।क्या है Vande Metro वंदे मेट्रो ट्रेन
वंदे मेट्रो ट्रेन, वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों का एक छोटी दूरी का अत्याधुनिक फॉर्मेट वाला संस्करण है जिसे भारत में उपनगरीय यात्रा इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत बनाने के लिए लांच किया जा रहा है। इसे लगभग 100-250 किलोमीटर की दूरी के भीतर 124 शहरों को जोड़ने के लिए तैयार किया गया है। साधारण से शब्दों में कहें तो इससे इंटरसिटी और इंट्रा-सिटी दोनों तरह की यात्रा सुविधा मिलेगी। वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की तरह ही वंदे मेट्रो ट्रेन भी ऑटोमेटेड ट्रेन सेवा है जो बिना लोकोमोटिव इंजन के दौड़ेगी। एक तरीके से वंदे मेट्रो को ईएमयू ट्रेनों की जगह लेने के लिए तैयार किया गया है जिससे लोगों की कम दूरी की यात्रा सुगम और सुरक्षित हो जाएगी।