बात हो रही है जल संसाधन विभाग में कछार रीवा में मुख्य अभियंता रहे सीएम त्रिपाठी की। आर्थिक अनियमित्ताओं सहित विभिन्न मामलों की जांच के चलते वर्षों पदोन्नति पर रोक रही। इनकी वेतनवृद्धि तक रोक दी गई। मार्च माह में इनकी फाइल पर पंख लग गए। जांच समाप्त कर 19 मार्च को इन्हें सहायक यंत्री से कार्यपालन यंत्री के पद पर प्रोफार्मा पदोन्नति दे दी गई।
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यह प्रोफार्मा पदोन्नति वर्ष 2003 से दी गई। 24 मई को एक और आदेश जारी हुआ। जिसमें इन्हें 31 अक्टूबर 2014 से अधीक्षण यंत्री के पद पर पदोन्नति दे दी गई। यह भी प्रोफार्मा पदोन्नति थी। 14 जून 2021 को इन्हें अधीक्षण यंत्री महान परियोजना गुलाब मागर मण्डल सीधी से अधीक्षण यंत्री कार्यालय मुख्य अभियता गंगा कछार रीवा पदस्थ करते हुए मुख्य अभियंता कछार रीवा का अतिरिक्त प्रभार सौंप दिया गया।
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सीएम त्रिपाठी तीन माह में ये सहायक यंत्री से मुख्य अभियंता तक बन गए। जुलाई माह में रिटायर हो गए। रिटायरमेंट के बाद भी इनका पद रिक्त रखा गया है। विभाग ने अभी तक किसी भी अफसर को मुख्य अभियंता का प्रभार नहीं दिया है। वहीं सूत्रों का कहना है कि विभाग इन्हें संविदा नियुक्ति देकर यहीं मुख्य अभियंता पदस्थ करने की तैयारी में है।