औबेदुल्लागंज बैतूल एनएच के 4 लेन प्रोजेक्ट में रातापानी अभयारण्य आड़े आ गया था। वन मंत्रालय ने यहां बमुश्किल रोड बनाने की अनुमति दी। मिडघाट से बिनेका तक का यह इलाका बाघ सहित अन्य वन्य प्राणियों से भरा है। घना जंगल
भी है।
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यह भी पढ़ें: स्कूल में बेहोश होने लगे स्टूडेंट और टीचर, एक-एक कर गिरे 16 बच्चे, डॉक्टर्स भी हैरान औबेदुल्लागंज बैतूल एनएच के 134 किमी लंबे 4 लेन प्रोजेक्ट में 12.38 किमी के इस हिस्से में भी रोड निर्माण अब करीब करीब पूरा हो चुका है। यहां केवल 7 मीटर चौड़ी रोड थी जोकि अब 18 मीटर चौड़ी सड़क में बदल चुकी है। इस हिस्से की लागत 417 करोड़ रुपए है।
यह भी पढ़ें: एमपी में बनेगा चंडीगढ़ जैसा मेगा प्लांड शहर, 118 किमी के दायरे में डेवलप होगा नया महानगर वन्य प्राणियों को दिक्कत न हो, इसके लिए यहां साउंडप्रूफ कॉरिडोर बनाया गया है। इसके लिए रॉक वूल टेक्नोलॉजी से 3 मीटर ऊंची दीवार बनाई जा रही है। वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए इस हिस्से में 5 बड़े अंडरपास भी बनाए गए हैं।
एनएचएआई के अधिकारियों के अनुसार रातापानी अभयारण्य में निर्माणाधीन रोड का काम अब अंतिम चरण में है। यह काम इसी माह यानि दिसंबर के अंत तक पूरा हो जाएगा। रोड के जिस हिस्से में साउंड प्रूफ दीवार बन रही है, उसका काम जनवरी में पूरा हो जाएगा।