scriptPATRIKA EXCLUSIVE : पूरी भाजपा राममय है और आप कृष्णमय हैं? संदेश क्या है? | special interview with CM Mohan Yadav on completion of one year of government | Patrika News
भोपाल

PATRIKA EXCLUSIVE : पूरी भाजपा राममय है और आप कृष्णमय हैं? संदेश क्या है?

PATRIKA EXCLUSIVE : 13 दिसंबर 2023 को प्रदेश के मुखिया के तौर पर डॉ. मोहन यादव ने ली थी सीएम पद की शपथ..।

भोपालDec 13, 2024 / 10:18 am

Shailendra Sharma

MP CM MOHAN YADAV
विजय चौधरी

PATRIKA EXCLUSIVE: आज 13 दिसंबर है और ये दिन मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के लिए बेहद खास है। ठीक इसी दिन एक साल पहले उन्होंने 13 दिसंबर को ही मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। मध्यप्रदेश में मोहन यादव सरकार को एक साल का वक्त पूरा हो चुका है। सरकार का एक साल पूरा होने पर पूरे प्रदेश में जनकल्याण पर्व मनाया जा रहा है। एक साल पूरा होने पर पत्रिका ने सीएम मोहन यादव से खास मुलाकात की। कई सारे मुद्दे पर चर्चा हुई और चर्चा का केन्द्र रहा मध्यप्रदेश की प्रगति, भविष्य की योजनाएं और राज्य को आत्मनिर्भर बनाने का उनका विजन। मुख्यमंत्री ने एक वर्ष में उठाए गए कदमों और आगे की योजनाओं पर खुलकर अपने विचार साझा किए।
प्रश्न : आपके पास चार वर्ष बचे हैं, क्या लक्ष्य है?
सीएम : हम चाहते हैं प्रदेश की जीडीपी दो गुनी हो जाए

प्रश्न : भाजपा के संकल्प पत्र को पूरा करने के बारे में आपकी क्या रणनीति है?
सीएम : हम चाहते हैं कि अगले चार वर्ष में प्रदेश का सकल घरेलू उत्‍पाद जीडीपी दो गुना हो जाए। पार्टी के संकल्प पत्र के सभी वादे पूरे करेंगे और जो नए प्रयोग किए हैं, वे भी सफल होंगे। राज्य परिवहन निगम को फिर से खड़ा करना है। संकल्प पत्र में 29 लोकसभा क्षेत्रों में मेडिकल कॉलेजों की घोषणा की थी, मगर हम इससे आगे बढ़कर 52 मेडिकल कॉलेज खोलने जा रहे हैं। प्रदेश को एक आत्मनिर्भर और समृद्ध राज्य बनाने पर केंद्रित रहेगा।
प्रश्न : रीजनल इंडस्ट्रियल कॉन्‍क्‍लेव के अब तक के अनुभव कैसे रहे हैं?
सीएम : निवेश को बढ़ावा देने के लिए इसे हमने हर माह का अनिवार्य कार्य मान लिया है। केवल बड़े नगरों तक सीमित रहकर प्रदेश का समग्र विकास संभव नहीं है। हर संभाग में उद्योग और रोजगार की अपार संभावनाएं हैं। रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के माध्यम से निवेश और रोजगार के नए द्वार खुले हैं। यह देखकर खुशी होती है कि प्रदेश के हर कोने में निवेशक कार्य करने को तैयार हैं। अब हम जिला स्तर तक जा रहे हैं।
प्रश्न : प्रशासनिक इकाई पुनर्गठन आयोग द्वारा अब तक किए गए कार्यों की प्रगति क्या है? कब तक इसका लाभ जनता को मिलेगा?
सीएम : प्रदेश के 22 हजार थानों को एक वर्ष में नया सीमा निर्धारण किया है। अब आयोग बनाकर जिला, तहसील और अन्य इकाइयों की समीक्षा शुरू कर दी है। कुछ प्राथमिक सुझाव प्राप्त हुए हैं, जिन पर आयोग काम कर रहा है। चूंकि प्रदेश बड़ा है, एक डेढ़ वर्ष लगेगा। हम यह भी कोशिश करेंगे कि नई सीमाएं जनता को सहज स्वीकार्य हों। तालमेल करके ही इसे पूरा करेंगे। मेट्रोपॉलिटिन सिटी भी बना रहे हैं।
प्रश्न : आप उज्जैन के हैं, क्या इस कारण उज्जैन पर अधिक ध्यान दे रहे हैं। क्या इसका असर पूरे प्रदेश के विकास पर हो रहा है?
सीएम : ऐसा कैसे हो सकता है। हम तो हर जिले में निवेश का कार्य कर रहे हैं। उज्जैन सिंहस्थ की नगरी है, इस कारण विशेष ध्यान देना ही होता है। धार्मिक पर्यटन की दृष्टि से प्रदेश का सबसे बड़ा केंद्र उज्जैन हो गया है। हम पर्यटन में ताजमहल को पीछे छोड़ेगे। हम तो शहरों के विकास पर भी बराबर ध्यान दे रहे हैं। आप देखेंगे कि हम तो इंदौर को उज्जैन तक ला रहे हैं।
प्रश्न : पूरी भाजपा राममय है और आप कृष्णमय हैं? संदेश क्या है?
सीएम बोले : हम राम वन पथ भी बना रहे हैं और कृष्ण पाथैय भी

प्रश्न : भगवान श्रीकृष्ण से जुड़े त्योहारों का आप विशेष ध्यान दे रहे हैं? क्या यह कोई अलग राजनीतिक रेखा तैयार हो रही है?
सीएम : ऐसा नहीं है। राम भी हमारे हैं और कृष्ण भी। हम उज्जैन के हैं और वहां सांदिपनी आश्रम है। यह मथुरा और द्वारिका से कम नहीं है। हमारी ब्रांडिंग तो हमें करना ही होगी। रामभक्त और कृष्ण भक्त दोनों की बड़ी संख्या में है। हम चित्रकूट और ओरछा का ध्यान रख रहे हैं तो भगवान कृष्ण से जुड़े तीर्थों का भी ध्यान रख रहे हैं।
प्रश्न : एक साल में प्रदेश को नए मुख्यमंत्री के साथ ही नए मुख्य सचिव और नए डीजीपी भी मिले हैं। अब संगठन के चुनाव भी हो रहे हैं, क्या कोई बड़ा बदलाव होने जा रहा है?
सीएम : मैं तो यह कहता हूं कि जो भी रहता है मेरा तो सबसे तालमेल हो जाता है। आप देखेंगे कि हमने सीएस और डीजीपी को बदला नहीं। समय पर नए चयनित हुए। मुझे कभी भी सरकार और संगठन में तालमेल की अलग से मेहनत नहीं करना पड़ती है। जो उपलब्ध संसाधन मिलते हैं, उन्हीं का बेहतर प्रयोग करने की मेरी आदत है।
प्रश्न : विपक्ष के बारे में आपकी क्या राय है? क्या आपके सामने मजबूत विपक्ष मौजूद है?
सीएम : वे उनका काम कर रहे हैं मगर जनता में उनकी स्वीकार्यता नहीं है। जनता उन्हें बार-बार अहसास करवाती है कि आप अपनी व्यव्सथा का सुधार लो। विपक्ष मान जाए तो अच्छा, वरना जनता अपना काम कर रही रही है। हम उनसे सीटें छीन रहे हैं। बस एक सीट पर ही हम हारे, बाकी तो उन्हें हम परास्त कर ही रहे हैं। विपक्ष को प्रदेश के विकास में सकारात्मक ​भूमिका निभाना चाहिए।
प्रश्न : बजट में 16% वृद्धि की गई, लेकिन इसके बावजूद राज्य का कर्ज बढ़ रहा है। क्या यह वित्तीय प्रबंधन की विफलता नहीं है?
सीएम : नहीं, हम अपने संसाधान लगातार बढ़ा रहे हैं। राजस्व बढ़ाने के लिए नीतिगत कदम उठाए जा रहे हैं।हम पर कोई ओवरड्राफ्ट नहीं हुआ है। निवेशकों को बुलाने का अर्थ ही है कि हम सरकार की आय बढ़ाएं। हर कार्य के लिए पर्याप्त धन है और सबके लिए हम जारी कर रहे हैं। यह हमारा सुशासन है और इस पर हम बेहतर काम कर रहे हैं। बजट में वृद्धि का उद्देश्य विकास योजनाओं को गति देना है। हमने कर्ज का उपयोग योजनाबद्ध तरीके से किया है।
प्रश्न : नर्मदा नदी में अवैध खनन पर रोक लगाने के लिए उठाए गए कदम कितने प्रभावी साबित हुए हैं?
सीएम : ड्रोन और सैटेलाइट तकनीक का उपयोग कर अवैध खनन पर नजर रखी जा रही है। अतिक्रमण चिह्रिनत कर कई जगहों पर कार्रवाई की गई है। यह एक सतत प्रक्रिया है और इसे सख्ती से जारी रखा जाएगा।
प्रश्न : नियुक्तियों की घोषणा के बावजूद प्रक्रिया में देरी क्यों हो रही है? युवाओं के ओवरएज होने की समस्या पर सरकार का क्या रुख है?
सीएम : हम सभी नियुक्तियों को फुलप्रुफ बनाना चाहते हैं। पारदर्शिता रखना चाहते हैं। चाहते हैं किे कोई भी नियुक्ति कानूनी उलझन में अटक न जाए। युवाओं के ओवरएज होने की समस्या पर भी मंथन करेंगे। रोजगार देना और सुशासन स्थापित करना दोनों एक ही विषय हैं और हम इन पर साथ साथ काम कर रहे हैं।
प्रश्न : ‘वोकल फॉर लोकल’ के संदर्भ में इन सम्मेलनों की भूमिका क्या है?
सीएम : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ‘विजन’ ही हमारा मिशन है। ‘वोकल फॉर लोकल’ के उद्देश्य को प्राप्त करने में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसमें शामिल उद्यमी और निवेशक इस बात के साक्षी हैं।
प्रश्न : आत्मनिर्भर भारत की दिशा में यह कदम कितना महत्वपूर्ण है?
सीएम : आत्मनिर्भर भारत का सपना आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश से ही साकार होगा। डबल इंजन की सरकार ने निवेशकों और उद्यमियों के लिए हर संभव सहायता सुनिश्चित की है। स्थानीय उद्योगों के विकास से युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे, जिससे आत्मनिर्भरता का लक्ष्य पूरा होगा।
प्रश्न :छोटे और मझौले उद्यमियों को ऋण संबंधी दिक्कतें आती हैं। सरकार इसमें कैसे मदद कर रही है?
सीएम : हम कुटीर उद्योग तक जा रहे हैं। हमने बड़े और छोटे दोनों उद्योगों का एक काम एक ही अधिकारी को सौंपकर समेकित रूप दिया है। सरकार ने उद्योग नीति में कई बदलाव किए हैं। उद्यमियों को भूमि, सड़क, बिजली, पानी और अधोसंरचना जैसी सुविधाएं प्रदान करने के साथ-साथ वित्तीय संस्थानों से ऋण सहायता सुनिश्चित की गई है। रोजगार के काम देने वाले विभागों को भी एक साथ काम करने की रुपरेखा तैयार की है।
प्रश्न : एक वर्ष में ऐसा कौन सा बड़ा निर्णय लिया गया जिससे प्रदेश को सबसे अधिक लाभ हुआ?
सीएम : कई ऐतिहासिक निर्णय लिए गए हैं। वर्षों से लंबित गरीब कल्याण की योजनाएं हों या प्रशासनिक पुनर्गठन आयोग का गठन, ये सभी प्रदेश के विकास में मील का पत्थर हैं। स्वास्थ्य क्षेत्र में पीएम एयर एंबुलेंस जैसी ऐतिहासिक सौगात दी गई है। राज्य परिवहन निगम के संचालन का निर्णय लिया जा चुका है। इस दिशा में तेजी से कार्य किया जा रहा है।
प्रश्न : क्या किसी पुरानी योजना को बंद किया गया है?
सीएम : कोई भी योजना बंद नहीं की गई है। जनहित की सभी योजनाएं सुचारू रूप से संचालित हो रही हैं। हमारा उद्देश्य है कि संकल्प पत्र के हर वादे को पूरा किया जाए।
प्रश्न : पड़ोसी राज्यों के साथ समन्वय की स्थिति कैसी है?
सीएम : राजस्थान, छत्तीसगढ़ और उत्तरप्रदेश जैसे पड़ोसी राज्यों में सरकारों के साथ बेहतर समन्वय है। नदियों को जोड़ने वाले दो बड़े प्रोजेक्ट्स की शुरुआत इसी महीने से होने जा रही है। उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में फैले बुंदेलखंड में केन और बेतवा को जोड़ा जाएगा। इस प्रोजेक्ट से एमपी में बुंदेलखंड हिस्से के 10 जिलों को पानी मिलेगा। दूसरा पार्वती-कालीसिंध-चंबल (पीकेसी) लिंक प्रोजेक्ट है। इन तीन नदियों को जोड़ने से एमपी के चंबल से लेकर मालवा तक फायदा होगा। इससे 12 जिलों में सिंचाई और पीने के लिए पानी मिलेगा।

Hindi News / Bhopal / PATRIKA EXCLUSIVE : पूरी भाजपा राममय है और आप कृष्णमय हैं? संदेश क्या है?

ट्रेंडिंग वीडियो