उम्मीद है कि शाम तक प्रदेश को 10,000 करोड़ रुपए से अधिक के निवेश के प्रस्ताव मिलें। जबलपुर में आयोजित इस कान्क्लेव में प्रतिष्ठित बैद्यनाथ, आइटीसी, वॉल्वो आयशर, बेस्ट कॉर्प, एसआरएफ एवं दावत समूह के प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं। ताईवान, मलेशिया, ब्रिटेन, फिजी, जापान, इंडोनेशिया के औद्योगिक घराने भी शामिल होंगे।
उज्जैन में मिल चुके हैं 75 हजार करोड़ के निवेश के प्रस्ताव
मार्च माह में उज्जैन में हुई इन्वेस्टर्स समिट में 75 हजार करोड़ रुपए से अधिक के प्रस्ताव मिले थे, जबकि हाल ही में सरकार ने मुंबई में 450 से अधिक निवेशकों से चर्चा की थी, जिसमें मप्र को 75 हजार करोड़ से अधिक के निवेश का भरोसा मिला है।प्रदर्शनी भी लगेगी
सम्मेलन में 300 से अधिक बायर-सेलर्स मीटिंग्स होंगी। निवेशकों को महाकौशल का अनुभव देने जबलपुर एक्सपो और रक्षा प्रदर्शनी का भी आयोजन होगा।क्षेत्रीय सत्रों में होगी निवेश पर विस्तृत चर्चा
जबलपुर एवं आसपास के क्षेत्र की निवेश संभावनाओं पर केंद्रित 5 क्षेत्रीय सत्र होंगे। इनमें कृषि, खाद्य एवं डेयरी प्रसंस्करण, रक्षा, खनन एवं खनिज, कपड़ा एवं परिधान तथा पर्यटन शामिल है। उद्योग संघों, स्टार्ट-अप्स एवं रक्षा, कपड़ा एवं परिधान के विशेषज्ञों के साथ राउंड-टेबल चर्चा होगी।- 80 करोड़ के नेताजी सुभाष चंद्र बोस सांस्कृतिक और सूचना केंद्र का उद्घाटन करेंगे सीएम।
- 60+इकाइयों का वर्चुअली उद्घाटन, एमएसएमई मंत्री चैतन्य काश्यप भी रहेंगे।
औद्योगिक विकास में प्रथम स्थान पर होगा मध्यप्रदेश
औद्योगिक विकास में मप्र आने वाले समय में पहले स्थान पर होगा। प्रदेश में औद्योगिक गतिविधियों को प्रोत्साहित करने के लिए राज्य सरकार हरसंभव पहल कर रही है। -डॉ. मोहन यादव, सीएम