बता दें कि सोमवार सुब 9 बजे कैबिनेट मंत्री पद की शपथ लेने पहुंचे रामनिवास रावत ने पहले राज्य मंत्री पद की शपथ ग्रहण कर ली थी। इसके बाद ये असमंजस खड़ा हो गाय कि रावत राज्य मंत्री बने हैं या कैबिनेट मंत्री? लेकिन, फिर स्पष्ट हुआ कि उन्हें राज्यमंत्री नहीं बल्कि कैबिनेट मंत्री की शपथ लेनी थी, लेकिन शपथ तो राज्य मंत्री के रूप ली जा चुकी है। इसके बाद राज्यपाल मंगू भाई पटेल ने उन्हें दूसरी बार कैबिनेट मंत्री के पद के लिए शपथ ग्रहण कराई।
6 बार के विधायक रामनिवास रावत
मोहन यादव कैबिनेट में
श्योपुर जिले की विजयपुर विधानसभा सीट से 6 बार के विधायक रामनिवास रावत को शामिल किया गया है। रावत करीब 2 महीने पहले 30 अप्रैल को लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल हो गए थे।
MLA पद से दे सकते हैं इस्तीफा
रामनिवास रावत को भले ही सत्तारूढ़ बीजेपी में शामिल हुए 2 महीने से अधिक हो गए, लेकिन उन्होंने अबतक कांग्रेस विधायक के तौर पर एमपी विधानसभा से इस्तीफा नहीं दिया है। हालांकि, भाजपा के सूत्रों की मानों तो संभावना है कि, शपथ लेने के बाद किसी भी समय रावत कांग्रेस विधायक के तौर पर पद से इस्तीफा दे सकते हैं। जानकारों का मानना है कि आज ही रावत विधानसभा स्पीकर को अपना इस्तीफा सौंप सकते हैं। इसके बाद उनकी विधानसभा सीट पर भी उपचुनाव कराया जाएगा। यह भी पढ़ें- Mohan Cabinet Expansion : मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री बने रामनिवास रावत, बोले- ‘कांग्रेस को आदमी की पहचान नहीं’ रावत का राजनीतिक सफर
रामनिवास रावत विजयपुर विधानसभा से 6वीं बार के विधायक हैं। उन्होंने साल 1987 से राजनीतिक पारी की शुरुआत की। उस समय ब्लॉक युवा कांग्रेस के अध्यक्ष बनाए गए। 1988 में कृषि उपज मंडी समिति विजयपुर के अध्यक्ष, 1990-1993 में प्रदेश युवा कांग्रेस के उपाध्यक्ष चुने गए। 1990 में नौंवी, 1993 में दसवीं, 2003 में बारहवीं और 2008 में तेरहवीं विधानसभा के सदस्य निर्वाचित हुए। इसके बाद 1993-98 में राज्यमंत्री और 1998 में मंत्री रहे। 2000 से 2008 तक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री रहे। 2013 में 5वीं बार विधानसभा सदस्य चुने गए। 2018 में चुनाव हारे। इसके बाद 2023 में फिर 6वीं बार विधायक बने हैं। रामनिवास रावत 30 अप्रैल 2024 को बीजेपी में शामिल हुए थे और आज 8 जुलाई 2024 को उन्होंने मोहन कैबिनेट के मंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की है।