80% 8 से 13 साल में पीते हैं पहली सिगरेट
सर्वेक्षण के अनुसार धूम्रपान करने वालों में 80% लोग पहली सिगरेट 8 से 13 वर्ष की उम्र में पीते हैं। प्रदेश में कुल 50.2% पुरुष और 17.3% महिलाएं तंबाकू का सेवन करती हैं। 24.7% लोग सार्वजनिक जगहों पर अप्रत्यक्ष रूप से धूम्रपान के संपर्क में आते हैं। 36.4% बच्चे घर में बड़ों के धूम्रपान की चपेट में आते हैं। 48.7% बच्चे बाहर इसका शिकार होते हैं। 55 हजार बच्चे हर साल तबाक सेवन करने वालों की सूची से जुड़ रहे हैं।
गर्भवती महिलाओं के शिशुओं पर बुरा प्रभाव
सर्वे में सामने आया है कि ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाएं तंबाकू के दुष्परिणामों की जानकारी के अभाव में मुंह साफ करने के लिए तंबाकू का इस्तेमाल करती हैं। महिलाएं गर्भावस्था के समय प्रसव पीड़ा को दूर करने के लिए भी तंबाकू चबाती हैं। इसका असर गर्भ में पल रहे बच्चे पर पड़ता है। बच्चों के आसपास धूमपान से नवजात शिशु की मौत का संकट, निमोनिया, काली खांसी, फेफडों संबंधी समस्याएं भी होती हैं।
नशामुक्त प्रदेश बनाने का प्रयास
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रदेश को नशामुक्त प्रदेश बनाने का प्रयास कर रहे हैं। मुख्यमंत्री कहते हैं कि वे इस प्रकार का माहौल तैयार करना चाहते हैं, जिससे लोग स्वेच्छा से नशे से दूर जाएं ताकि वे दोबारा उस रास्ते पर न जाएं। मामले में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने कहा कि सरकार जागरुकता के साथ तंबाकू उत्पाद के उपयोग पर नियंत्रण की नीति पर भी काम कर रहे हैं। इसके लिए राज्य तंबाकू नियंत्रण सेल का गठन किया गया है। इसके साथ ही जिला तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम भी शुरू किया गया है।
इस तरह तंबाकू से दूर जाना चाहते हैं लोग
वर्तमान में तंबाकू का सेवन करने वाले पुरुष- 50.2%
वर्तमान में तंबाकू का सेवन करने वाली महिलाएं- 17.3%
तंबाकू का उपयोग करने वाले शहरी- 24.3%
तंबाकू का उपयोग करने वाले ग्रामीण- 38.5%
धूम्रपान छोड़ने का प्रयास करने वाले पुरुष- 42.2%
तंबाकू छोड़ने की कोशिश करने वाली महिलाएं- 48.9%