इसकी जगह लेगी भारतीय नागरिक सुरक्षा यानी बीएनएस की 316 धारा लेगी। यानी धोखाधड़ी,बेइमानी यानी चीटिंग करने पर अब श्रीमान 316 जैसी उपाधि मिलेगी।
फिल्मों से लेकर मुहावरों तक में 420
164 साल पुरानी आईपीसी की धारा 420 फिल्मों से लेकर आम कहावतों तक में प्रचलन में है। राजकपूर की श्री 420 और चाची 420 जैसी फिल्में इसी नाम की वजह से खूब तहलका मचाई थीं। 420 को लेकर कई गाने और जुमले भी प्रचलन में हैं। अब इनका अस्तित्व खत्म हो जाएगा। श्री 420, चाची 420 जैसी फिल्में काफी प्रसिद्ध रही है। ये भी पढ़ें: IPS Manoj Sharma: मुंबई से मैच देखने पहुंचे ’12वीं फेल’ IPS मनोज शर्मा, जमकर की चंबल की तारीफ….
ये धाराएं भी बदलीं
● हत्या: आइपीसी की 302 धारा की जगह धारा 101 ● अवैध जमावड़ा: आइपीसी में धारा 144 की जगह धारा 187 ● मानहानि: आइपीसी की धारा 499 की जगह धारा 354 ● दुष्कर्म: आइपीसी की धारा 376 की जगह अब धारा 63
● राजद्रोह: आइपीसी की धारा 124-ए अब धारा 150
क्या कहते हैं लॉ एक्सपर्ट
एक जुलाई से लागू हो रही भारतीय न्याय संहिता में अंग्रेजों के समय के कानूनों को खत्म करते हुए वर्तमान की जरूरतों के हिसाब से नई न्याय संहिता लागू हो रही है। इसका लाभ पक्षकारों को लाभ मिलेगा। कई धाराएं जो जीवन का हिस्सा बन गई थीं, अब इनमें बदलाव हो गया है।-दीपक खरे, अध्यक्ष, भोपाल बार एसोसिएशन एक जुलाई के बाद केस नई धाराओं में रजिस्टर्ड होंगे। वर्षों पुरानी धारा 420 जो ठगी और बेइमानी का पर्याय बन चुकी थी वह अब 316 हो जाएगी। उलाहना देने के लिए अब लोग श्रीमान 316 या ठग 316 कहेंगे।- दिलीप आर्य, पूर्व पुलिस महानिरीक्षक