नेशनल हाइवे पर फोरलेन का गणपति घाट दो जिलों धार एवं खरगोन में आता है। गणपति घाट के नवनिर्मित सेक्शन में इंदौर की तरफ से धामनोद की तरफ जाने वाली 9 किमी की सड़क ने एक बार भी फिर दो जिलों की सीमाएं बदल दी हैं।
नए घाट सेक्शन का 7 किमी का हिस्सा धार जिले की सीमा में है जबकि 2 किमी की रोड खरगोन जिले की सीमा में आएगी। दोनों जिलों की प्रशासनिक और पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर नक्शे के माध्यम से अपनी-अपनी सीमाओं को देखा। धार जिले के थाना धामनोद और खरगोन जिले के थाना काकड़दा के पुलिसकर्मियों को विशेष रूप से सीमाओं से अवगत कराया गया।
यह भी पढ़ें: Salary Hike – एमपी में वेतन वृद्धि पर हाईकोर्ट का बड़ा फैसला, 17 सौ से 25 सौ रुपए तक का होगा लाभ गणपति घाट के नए सेक्शन पर वारदात और हादसों को रोकने के लिए पुलिस ने भी अपने अपने निर्धारित क्षेत्र देख लिए हैं। इस सेक्शन पर वाहनों का आवागमन 30 नवंबर से चल रहा है, नए सेक्शन पर छुटपुछ घटनाओं को छोड़ बड़ी घटना नहीं हुई है। धामनोद एवं काकड़दा पुलिस अब अपनी सीमाओं पर थाने एवं प्रभारी के नंबर लिखकर बोर्ड भी लगाएगी।
दो जिलों में बंटा घाट क्षेत्र
नेशनल हाइवे पर फोरलेन का गणपति घाट पूर्व में भी दो जिलों धार एवं खरगोन में आता है। गुजरी बायपास से लेकर गणपति घाट तक दो बार धार एवं खरगोन की सीमाएं बदलती है। गणपति घाट पर नई सड़क बनाने के बाद जिलों और थानों की सीमाओं का नए सिरे से बंटवारा हुआ।
काकड़दा चौकी प्रभारी मिथुन चौहान ने बताया कि दोनों जिलों के थानों की सीमाओं को देख लिया है। इसके साथ ही सीमा प्रारंभ एवं खत्म होने संबंधी बोर्ड, थाना-चौकी के नंबर, थाना प्रभारी एवं चौकी प्रभारी के नंबर लिख कर लगाएंगे।
धार और खरगोन जिलों की संबंधित थाना पुलिस रात के समय घाट सेक्शन पर गश्त करेगी। कोई घटना होने पर तुरंत पुलिस को सूचना मिल सके, यह प्रयास किए जा रहे हैं। इधर ग्रामीणों की लंबे समय से मांग है कि पूरे घाट क्षेत्र को एक ही जिले और थाना क्षेत्र में मिलाया जाए, बार-बार सीमा बदलने से कई परेशानियां होती हैं।