मौसम विभाग ने गुरुवार को कई जिलों में भारी बारिश के साथ बिजली गिरने की चेतावनी जारी की है। साथ ही बचाव के लिए टिप्स (Lightning Protection Tips) भी दिए हैं।
अति भारी बारिश और वज्रपात की आशंका
मौसम विभाग ने गुरुवार को ताजा बुलेटिन जारी कर बैतूल और आगर मालवा के लिए ओरेंज अलर्ट जारी कर कहा है कि इन इलाकों में अति भारी बारिश और वज्रपात, झंझावात की आशंका है। वहीं 14 जिलों में वज्रपात, झंझावात और भारी बारिश की संभावना व्यक्त की है। जिन 14 जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया है उनमें हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, अलिराजपुर, झाबुआ, रतलाम, उज्जैन, देवास, शाजापुर, छिंदवाड़ा, बालाघाट और पांढुर्णा शामिल हैं। इनके अलावा बाकी जिलों में भी वज्रपात और झंझावात का यलो अलर्ट जारी किया गया है। Alert: इन जिलों में भारी बारिश के साथ बिजली गिरने का अलर्ट मानसून के इस मौसम में अक्सर बादलों में बिजली चमकती है, और जमीन पर गिरती है। इसकी चपेट में पेड़ पौधे, मवेशी एवं यहां तक मनुष्य भी आ जाते है। ऐसे में जान का खतरा बना रहता है। बिजली से बचाव के लिए मौसम विभाग, स्वास्थ्य विभाग द्वारा एडवाइजरी भी जारी की जाती है। इस बार भी बिजली गिरने की घटनाएं हो रही है।
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मौसम विशेषज्ञ जीडी मिश्रा का कहना है कि बादलों का हवा के वेग से एक दूसरे से विरोधी दिशा में जाते हुए टकराना व इससे घर्षण उत्पन्न होना। घर्षण से बिजली पैदा होती है और पृथ्वी पर पहुंचती है। इस प्रवाह को बिजली का स्टैडिग लीडर कहा जाता है। मानव का शरीर विद्युत का अच्छा संवाहक होता है, इसलिए आसमानी बिजली के प्रवाह को स्वीकार कर लेता है। इसे बिजली गिरना कहते हैं। दोपहर बाद इसके गिरने की आशंका अधिक होती है।
मौसम विशेषज्ञ जीडी मिश्रा का कहना है कि बादलों का हवा के वेग से एक दूसरे से विरोधी दिशा में जाते हुए टकराना व इससे घर्षण उत्पन्न होना। घर्षण से बिजली पैदा होती है और पृथ्वी पर पहुंचती है। इस प्रवाह को बिजली का स्टैडिग लीडर कहा जाता है। मानव का शरीर विद्युत का अच्छा संवाहक होता है, इसलिए आसमानी बिजली के प्रवाह को स्वीकार कर लेता है। इसे बिजली गिरना कहते हैं। दोपहर बाद इसके गिरने की आशंका अधिक होती है।
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