एमपी में तीन मार्गों पर सफल रहा प्रयोग
एक साल से पायलट प्रोजेक्ट के रूप में तीन सड़क मार्ग मलहेरा -चांदला, शाजापुर- दोपाड़ा- नलखेड़ा और उज्जैन-मक्सी सड़क पर टोल वसूली स्वसहायता समूह की महिलाएं कर रही हैं।इन मार्गों पर जल्द शुरू होगा प्रोजेक्ट
मध्य प्रदेश में तीन मार्गों पर महिला स्व-सहायता समूह को टोल का जिम्मा सौंपने के पायलट प्रोजेक्ट की सफलता मिली है। इसके बाद अब अगले चरण में चार सड़क मार्ग नीमच-मानसा, नागदा-धार, गंजबासौदा-सिरोंज, मोहनपुरा-बेहट मार्ग पर टोल टैक्स वसूली का कार्य भी स्व-सहायता समूह को दिया जाएगा।टोल कलेक्शन का 30% स्व सहायता समूहों को
टोल प्लाजा का प्रबंधन करने वाले महिला समूह को टोल कलेक्शन का 30% तथा बाकी का 70% हिस्सा एमपीआरडीसी को मिल रहा है। समूह के सदस्यों को मध्यप्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा प्रशिक्षण दिलाया गया है । टोल प्लाजा प्रबंधक से मिली जानकारी के अनुसार महिलाओं को टोल प्लाजा प्रबंधन के तकनीकी पहलू के बारे में प्रशिक्षित किया गया है।बता दें कि एमपी के पूर्व सीएम प्रदेश की सभी महिला बहनों को ‘लाड़ली बहना’ कहते थे। इसका योजना से कोई संबंध नहीं है।