ये भी पढ़ें: Ladli Behna Yojana: लाड़ली बहनों के लिए बड़ी खुशखबरी, 5 हजार तक बढ़ेंगे किस्त के रुपए रीवा सोलर प्रोजेक्ट केस स्टडी के रूप में शामिल
देश की पहली सफल सौर परियोजना रीवा अल्ट्रा मेगा प्रोजक्ट को हार्वर्ड विश्वविद्यालय और सिंगापुर प्रबंधन विश्वविद्यालय में केस स्टडी के रूप में शामिल किया गया है। 750 मेगावाट की इस परियोजना को वर्ल्ड बैंक प्रेसीडेंट पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है।
वहीं दूसरी ओर ओंकारेश्वर में प्रदेश की जीवनदायिनी नर्मदा नदी पर दुनिया की सबसे बड़ी 600 मेगावाट क्षमता की फ्लोटिंग सोलर परियोजना भी विकसित की जा रही है। इसके अलावा प्रदेश के तमाम अंचलों में भी सौर ऊर्जा की कई छोटी-बड़ी परियोजनाएं निर्माणाधीन हैं।
एमपी की सौर ऊर्जा से इन राज्यों में दौड़ रही ट्रेनें
वर्तमान में देश के सात राज्यों गोवा, झारखंड, महाराष्ट्र, दिल्ली, बिहार, उत्तर प्रदेश और ओडिशा में ट्रेनें मप्र में उत्पादित सौर उर्जा से दौड़ रही हैं।
नई सौर परियोजनाओं की शुरुआत
मध्य प्रदेश में सरकार सौर ऊर्जा की कई परियोजनाओं को विकसित करने की पहल कर रही है। प्रदेश के आगर, धार, अशोकनगर, भिंड, शिवपुरी और सागर जिले में जल्द ही नई सौर परियोजनाएं शुरू की जायेगी। यहां 7,500 मेगावाट क्षमता के संयंत्र लगाए जाएंगे। इसके लिए 15 हजार हेक्टेयर भूमि भी चिह्नित कर ली गई है।
एमपी बनेगा सौर ऊर्जा संपन्न राज्य
हाल ही में गुजरात के गांधी नगर में नवीकरणीय ऊर्जा को लेकर हुई राष्ट्रीय समिट में अनेक उद्योगपतियों ने एमपी में सोलर प्लांट लगाने की इच्छा जाहिर की है।भोपाल में सरकारी भवनों, नागरिकों को घर की छत में सोलर पैनल लगाने के लिए अभियान चलाया जाएगा। इन प्रयासों से मध्यप्रदेश को सौर ऊर्जा के क्षेत्र में संपन्न बनाया जाएगा।