जमीन अधिग्रहण लगभग पूरा
मध्यप्रदेश के मुख्य सचिव ने बीते दिनों प्रोजेक्ट में आ रहे इंदौर सहित अन्य जिलों के कलेक्टर की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक ली थी। तब कलेक्टरों ने बताया कि जमीन के जो मुद्दे थे, उन पर कार्रवाई हो चुकी है और रेलवे को भी इसकी जानकारी भेज दी गई है। अब जैसे ही सभी प्रक्रियाएं पूरी होंगी, रेलवे इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू कर देगा। बताया गया है कि जिसकी भी जमीन इस प्रोजेक्ट में जाएगी उसे करोड़ों रूपए का फायदा हो सकता है। 150 किमी. कम होगी जबलपुर-इंदौर की दूरी
बता दें कि इंदौर से बुधनी होते हुए गाडरवारा से जबलपुर तक नई रेल लाइन बिछाई जानी है। 342 किमी. लंबी इस रेल लाइन परियोजना के पूरा होने के बाद इन शहरों के बीच सफर करने वाले यात्रियों को काफी फायदा होगा और समय की भी बचत होगी। नई रेल लाइन बनने के बाद जबलपुर-इंदौर के बीच की दूरी महज 5-6 घंटे में पूरी कर ली जाएगी और जबलपुर से गाडरवारा होते हुए बुधनी से सीधे इंदौर का सफर किया जा सकेगा। फिलहाल जबलपुर से इंदौर जाने के लिए भोपाल और उज्जैन के रास्ते जाना पड़ता था। इससे इंदौर से जबलपुर की दूरी लगभग 150 किलोमीटर कम हो जाएगी।