कर्मचारियों से काटा जाएगा अंशदान
इस स्कीम का फायदा लेने वाले कर्मचारियों से अंशदान लिया जाएगा। जिसके पैसे उनकी सैलरी से काटी जाएगी। इस अंशदान का अनुमान 250 रुपए से लेकर 1000 हजार रुपए तक हो सकता है। राज्य सरकार द्वारा इसका ड्राफ्ट तैयार कर लिया गया है।
मिलेगा कैशलेस इलाज
इस योजना के अंतर्गत प्रदेश के कर्मचारियों को सामान्य बीमारी के लिए 5 लाख रुपए और गंभीर बीमारी के लिए 10 लाख रुपए तक का कैशलेस इलाज की सुविधा दी जाएगी। वहीं इसके अलावा जांच और इलाज के बाद सरकारी कर्मचारी अपने विभाग से इसका रिफंड भी ले सकते हैं।
ड्राफ्ट किया गया तैयार
इस योजना का नाम मुख्यमंत्री आयुष्मान स्वास्थ्य बीमा योजना होगा। जिसमें प्रदेश के निगम-मंडल सहित मध्यप्रदेश सरकार के 15 लाख कर्मचारी, पेंशनर्स के परिवारों को दिया जाएगा। इस योजना के तहत प्रदेश के कर्मचारियों की सैलरी से सालाना 3 हजार से 12 हजार रुपए का अंशदान काटा जाएगा। बाकी का पैसा राज्य सरकार द्वारा जमा किया जाएगा। इस योजना के अंतर्गत कर्मचारियों और उनके परिवार को इलाज के लिए कैशलेस की सुविधा प्रदान की जाएगी।