दरअसल, एक आंदोलन कांग्रेस के नेतृत्व में हुआ था। तो दूसरा आंदोलन किसान संगठनों द्वारा किया गया था। अब फिर से किसान संगठनों ने बैठक कर निर्णय लिया है कि वह बुधनी विधानसभा चुनावों का बहिष्कार करेंगे। किसानों की मांग है कि सरकार सोयाबीन पर एमएसपी 6 हजार रुपये प्रति क्विंटल करे। वहीं पर एमएसपी 3000 रुपये, धान पर 3100 रुपये और मक्का पर एमएसपी 2500 प्रति क्विंटल करने की मांग की जा रही है।
30 सितंबर को निकलेगी मशाल रैली
30 सितंबर को भैरुंदा में बड़ी मशाल रैली निकालने की तैयारी है। इस संबंध में किसान स्वराज संगठन ने ब्लाक अध्यक्ष के नेतृत्व में एसडीएस को ज्ञापन सौंपा गया। जिसमें बताया गया कि किसानों को जबरदस्ती डीएपी के साथ नैनो यूरिया दिया जा रहा है।
पिछले 18 सालों नहीं हुए प्रदर्शन
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) 2005 से बुधनी विधानसभा से विधायक रहे हैं। वह हमेश रिकॉर्ड तोड़ वोटों से जीते हैं। उनके 18 सालों के कार्यकाल में किसानों ने कभी आंदोलन नहीं किया था, लेकिन केंद्रीय कृषि मंत्री बनते ही उनके गृह क्षेत्र में लगातार किसानों द्वारा प्रदर्शन किया जा रहा है। अब बुधनी विधानसभा उपचुनाव का बहिष्कार करने का ऐलान भी कर दिया गया है।