पत्रिका ने किया था लूट पाइंटों को बेनकाम
प्रदेश में आरटीओ के 47 बैरियर हैं, इनमें से 6 अस्थाई है, जो बंद है, बाकी के सभी चल रहे हैं। पत्रिका ने बारी-बारी से इन पर जारी लूट और उसमें शामिल सिस्टम को बेनकाब किया और सिस्टम के सामने यह बात लाई कि वर्षों पुराने ये बैरियर कमाई का अड्डा बन गए । सरकार को भी राजस्व का नुकसान हो रहा है। पत्रिका ने परत दर परत इन बैरियरों पर चल रही कई भर्राशाही को उजागर किया। यही नहीं, दो-दो मंत्रियों द्वारा गुजरात मॉडल को लागू करने के वादों में की गई देरी को भी प्रमुखता से उठाया।
मुख्यमंत्री ने की खिंचाई
प्रदेश में नई व्यवस्था बनाने को लेकर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बीते दिनों अफसरों की खिंचाई की। सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री के सामने जब प्रजेंटेशन आया तो उन्होंने दो टूक कहा कि समस्या नहीं, नया सिस्टम चाहिए। जिसके बाद अधिकारी हरकत में आए।
मुख्यमंत्री ने फिर बुलाई बैठक
इन सेफ्टी पाइंटों की शुरूआत करने को लेकर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने फिर बैठक बुलाई है, जो सोमवार को प्रस्तावित है। जिसमें नई व्यवस्था पर हुए काम की समीक्षा होगी। जरुरी निर्णय भी लिए जा सकते हैं।
लूट करने वालों पर नजर
दूसरे राज्यों की सीमा से आने और उनमें प्रवेश करने वाले वाहनों की जांच व राजस्व की दृष्टि से तत्कालीन समय में खोले गए इन आरटीओ बैरियर को लूट का अड्डा बनाने वालों पर सरकार की नजर है। सूत्रों के मुताबिक इन बैरियरों से छवि को काफी धक्का लगा है, जिसके लिए अलग स्तर पर जांच-पड़ताल कराई जा रही है।