प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) अधिकारियों के मुताबिक भोपाल, कोलकाता, मुंबई सहित कई शहरों में महादेव एप से जुड़े मनी लांड्रिंग नेटवर्क के खिलाफ यह तलाशी अभियान चलाया था। इस तलाशी के दौरान 417 करोड़ की संपत्ति को फ्रीज और जब्त किया गया है। खबर लिखे जाने तक कई शहरों में तलाशी अभियान जारी था। अधिकारियों ने तलाशी के दौरान बड़ी मात्रा में आपत्तिजनक साक्ष्य भी बरामद किए हैं।
ऐसी जानकारी भी मिल रही है कि छत्तीसगढ़ के भिलाई के रहने वाले सौरव चंद्राकर और रवि उप्पल महादेव आनलाइन बुक के मुख्य प्रवर्तक हैं और दुबई से इसका संचालन कर रहे थे। इसमें कहा गया है कि महादेव आनलाइन बुक का सेंट्रल हेड आफिस यूएई है और अपने सहयोगियों को 70 फीसदी से 30 फीसदी का लाभ अनुपाद पर पैनल या शाखाओं की फ्रेंचाइजी देकर इसे चलाया जा रहा था।
यह भी जानकारी मिल रही है कि गिरफ्तार किए गए छत्तीसगढ़ पुलिस के सहायक उपनिरीक्षक ने मुख्यमंत्री कार्यालय से जुड़े उच्च अधिकारियों और नेताओं को प्रभावित करने के लिए सीएम भूपेश बघेल के राजनीतिक सलाहकार के साथ अपने संबंधों और दुबई स प्राप्त हवाला धनराशि का इस्तेमाल किया।
छापेमारी को लेकर कहा गया है कि इस मामले की जांच से पता चला है कि छत्तीसगढ़ के भिलाई के रहने वाले सौरव चंद्राकर और रवि उप्पल महादेव आनलाइन बुक ऐप के मुख्य प्रवर्तक हैं। वे इसका संचालन दुबई से कर रहे थे। ईडी ने कहा कि महादेव आनलाइन बुक का सेंट्रल हेड आफिस यूएई में है। सौरव और रवि ने यूएई में मनी लांड्रिंग के काले धंधे का साम्राज्य बना रखा है। ईडी ने अपने बयान में यह भी कहा है कि ऑनलाइन बेटिंग ऐप अपने सहयोगियों को 70 से 30 फीसदी लाभ अनुपात पर पैनल या फ्रेंचाइजी देकर इसे चला रहा था।
बताया गया है कि चंद्राकर और उप्पल यूएई में इस काले धंधे को खुलेआम चला रहे थे। फरवरी 2023 में चंद्राकर ने यूएई में शादी कर ली ती। इस शादी पर महादेव ऐप के प्रमोटर्स ने करीब 200 करोड़ रुपए नकद खर्च किए थे। यही नहीं शादी के लिए परिवार के सदस्यों को नागपुर से यूएई तक प्राइवेट प्लेन में ले जाने की व्यवस्था की गई थी। शादी समारोह में संगीत के कार्यक्रम में मशहूर हस्तियों को भी बुलाया गया था। यह भी बताया गया है कि मनी लांड्रिंग मामले में महादेव आनलाइन बुक एप से जुड़े सभी प्रमुख खिलाड़ियों की भी ईडी ने पहचान कर ली है।