कुल 2,18,674 मतदाताओं ने नोटा का बटन दबाया। इससे अधिक आंकड़ा किसी भी चुनाव में नोटा का नहीं रहा है। इससे पहले 2019 में बिहार के गोपालगंज लोकसभा क्षेत्र में 51 हजार 600 वोट नोटा को मिले थे।
ये भी पढ़ें: चली गई विरासत….कहां गए वो 1 क्विंटल लड्डू, जिनका कांग्रेस ने दिया था ऑर्डर ! दूसरे नंबर पर बिहार की ही पश्चिमी चंपारण की सीट थी, जहां 45 हजार 637 वोट नोटा को मिले। तीसरे नंबर पर छत्तीसगढ़ के बस्तर की लोकसभा सीट पर 41 हजार 667 वोट नोटा के खाते में दर्ज हैं। वहीं दूसरी ओर छिंदवाड़ा में करारी हार का सामना भी करना पड़ा है।
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