मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव ने बुधवार को जबलपुर में कहा कि वह जो कहते हैं, उस पर कौन विश्वास करता है। मोहन यादव ने मीडिया के सवालों पर कहा कि राहुल गांधी जो कहते हैं, उसमें कोई तथ्य या गंभीरता होती नहीं है। उनकी अपनी पार्टी ही उन्हें गंभीरता से नहीं लेती, कोई और क्या लेगा? यादव ने कहा कि कांग्रेस पार्टी को आंतरिक संघर्षों पर ध्यान देने और आत्मनिरीक्षण करने की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश में जिस प्रकार से चुनावी पारा चढ़ रहा है, मुझे खुशी है कि कांग्रेस कहीं से कहीं तक दिखाई नहीं दे रही है। वे काफी पीछे हैं। इसके लिए राहुल गांधी खुद जिम्मेदार हैं।
इधर, मध्यप्रदेश सरकार के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय (kailash vijayvargiya) ने मीडिया के सवालों का जवाब अपने अंदाज में दिया। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि उनके जैसे कद के नेता को नासमझ वाली बात नहीं करना चाहिए। शायद उनके मन में आग लग रही होगी। विजयवर्गीय ने कहा कि देश में जिस प्रकार का विकास हो रहा है, देश की जनता भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ है। देश प्रगति कर रहा है, गरीबी दूर हो रही है। उन्हें ऐसे बयानों से बचना चाहिए।
रविवार को दिल्ली के रामलीला मैदान में एक सभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा था कि मेरी बात अच्छी तरह से सुन लो। अगर हिन्दुस्तान में मैच फिक्सिंग का चुनाव होता है, बीजेपी जीते और उन्होंने संविधान को बदला तो इस पूरे देश में आग लगने जा रही है, ये देश नहीं बचेगा। यह चुनाव वोट वाला नहीं, हिन्दुस्तान को बचाने वाला और संविधान की रक्षा करने वाला चुनाव है।