शुक्रवार को एमपी के चुनावी दौरे के लिए गृहमंत्री अमित शाह Amit Shah गुरुवार रात को ही भोपाल आ गए थे। यहां उन्होंने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को बुलाया और उनकी बैठक ली। बैठक में मतदान प्रतिशत बढ़ाने की जिम्मेदारी विधायकों को देने की बात कही गई। गृहमंत्री शाह ने साफ शब्दों में कहा कि लोकसभा चुनाव में पार्टी के अच्छे प्रदर्शन की जिम्मेदारी स्थानीय विधायकों की है।
एमपी में लोकसभा चुनाव MP Lok Sabha Election में पहले चरण में वोटिंग आशानुरूप नहीं रही। पार्टी ने यहां मिशन 29 यानि प्रदेश की सभी लोकसभा सीटें जीतने का लक्ष्य तय किया है लेकिन कम मतदान से राष्ट्रीय नेतृत्व खुश नहीं है। अमित शाह की बैठक में पार्टी हाईकमान और केंद्रीय नेताओं की चिंता साफ नजर आई।
केंद्रीय गृहमंत्री ने प्रदेश नेतृत्व को हर हाल में हालात दुरुस्त करने को कहा। उन्होंने विशेष तौर पर बीजेपी के विधायकों को और सक्रिय रहने के निर्देश दिए हैं। एक बूथ पर 370 वोट बढ़ाने की जिम्मेदारी सीधे तौर पर विधायकों को दे दी गई है। शाह ने विधायकों को हिदायत देने के निर्देश देते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन पर विधायकों का रिपोर्ट कार्ड तैयार किया जा रहा है। यह रिपोर्ट कार्ड ही पार्टी या सरकार में उनकी भावी भूमिका का आधार होगा।
पहले चरण में देशभर में कम मतदान हुआ लेकिन एमपी में कम वोटिंग से पार्टी ज्यादा फिक्रमंद है। बताया जा रहा है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह विशेष तौर से इसी कारण भोपाल आए। पार्टी के चुनिंदा नेताओं के साथ बैठक में उन्होंने मत प्रतिशत बढ़ाने पर ही सबसे ज्यादा जोर दिया। हर हाल में वोटिंग बढ़ाने के लिए ही अमित शाह ने विधायकों को सीधे तौर पर ये जिम्मेदारी सौंपी।
वॉर रूम पहुंचे सीएम
अमित शाह की बैठक का असर शुक्रवार को दिखाई भी दिया। दूसरे चरण में जहां जहां वोटिंग हो रही है वहां बीजेपी के सभी विधायक सुबह से ही सक्रिय नजर आए। इधर राजधानी में खुद सीएम डॉ मोहन यादव सुबह चुनाव वॉर रूम पहुंच गए। उन्होंने प्रदेशभर से आ रही सूचनाओं पर लगातार नजर रखने को कहा।
अमित शाह की बैठक का असर शुक्रवार को दिखाई भी दिया। दूसरे चरण में जहां जहां वोटिंग हो रही है वहां बीजेपी के सभी विधायक सुबह से ही सक्रिय नजर आए। इधर राजधानी में खुद सीएम डॉ मोहन यादव सुबह चुनाव वॉर रूम पहुंच गए। उन्होंने प्रदेशभर से आ रही सूचनाओं पर लगातार नजर रखने को कहा।