हमें खामियाजा भुगतना पड़ा
शफकत ने कहा कि हम किसी को दोषी नहीं कह रहे लेकिन नेट सेवा और फोन बंद होने का खामियाजा हमें भुगतना पड़ रहा है। विवि ने 6 अगस्त को नोटिफिकेशन जारी किया लेकिन यहां 5 अगस्त से मोबाइल इंटरनेट और फोन सेवाएं बंद हो गई थीं ऐसे में मेरे जैसे कई विद्यार्थियों को खामियाजा भुगतना पड़ा रहा है। शफकत का कहना है मेरे ही साथ के करीब 6 विद्यार्थी हैं जिन्होंने अगल-अलग विषयों में पीएचडी के एंट्रेस एग्जाम के लिए आवेदन किया था। इसके अलावा पूरे कश्मीर से 50 से 60 विद्यार्थी हैं जिन्होंने आवेदन किया था।
हमें आपके द्वारा कश्मीरी छात्रों के मामले की जानकारी लगी है। अगर वहां के छात्र इस संबंध में विवि प्रबंधन को कोई आवेदन भेजती है तब ही कमेटी कोई निर्णय ले सकेगी। – अजीत श्रीवास्तव, रजिस्ट्रार, बीयू
फोन करने 25 किमी का सफर तय किया
शफकत ने बताया कि मैं पत्रिका को फोन करने के लिए घर से करीब 25 किमी दूर आई हूं। यहां प्रशासन ओर से कुछ पब्लिक कॉल ऑफिस (पीसीओ) शुरु किए गए हैं। यहां भी करीब एक घंटे लाइन में लगने के बाद मेरा नंबर आया है। मैंने बीयू प्रबंधन द्वारा वेबसाइट पर उल्लेखित 0755-2517138 नंबर पर फोन करने का प्रयास किया लेकिन किसी ने फोन रिसीव नहीं किया।
6 सितंबर तक दर्ज करा सकेंगे प्रश्नों पर आपत्ति
पीएचडी, डीईटी-2019 की प्रवेश परीक्षा में कई विषयों में प्रश्न ‘आउट ऑफ सिलेबस’ आए थे। इन प्रश्नों पर आपत्ति दर्ज कराने के लिए विवि की ओर से विद्यार्थियों को 6 सितंबर तक का वक्त दिया गया है। इन प्रश्नों की उत्तर कुंजी विवि की वेबसाइट www.bubhopal.ac.in और एमपी ऑनलाइन की वेबसाइट bubhopal.mponline.gov.in पर उपलब्ध है।
उम्मीद है… विवि प्रबंधन समझेगा हमारी परेशानी : शफकत में बताया कि मुझे उम्मीद है विवि प्रबंधन हम लोगों की परेशानी को समझेगा और हमारे लिए कोई जम्मू रास्ता निकालेगा। यहां के कई जिलों से विद्यार्थियों ने पीएचडी के लिए आवेदन किया है, अगर हमें मौका नहीं मिला तो हमारा पूरा साल खराब हो जाएगा।