आपको बता दें कि, इससे पहले कमलनाथ ने ये ऐलान भी किया था कि, अगले साल प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी को जीत मिलने पर वो राज्य सरकार के कर्मचारियों के लिए नई पेंशन योजना की जगह पुरानी पेंशन योजना बहाल करेंगे। साथ ही, प्रदेश के किसानों के लिए एक बार फिर कर्जमाफी योजना को चालू करेंगे। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने 18 दिसंबर 2018 से 23 मार्च 2020 तक के अपने शासनकाल की ओर इशारा करते हुए ट्वीट किया, हमने वृद्धावस्था पेंशन को 300 रूपये से बढ़ाकर 600 रुपये किया और हम इसे 1,000 रूपये करने जा रहे थे। सौदेबाजी से हमारी सरकार गिरा दी गई और बुजुर्गों का 1 गजार रूपए महीने पेंशन का हक मारा गया।
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ट्वीट कर कमलनाथ ने की घोषणा
कमलनाथ ने आगे ये भी लिखा कि, मध्य प्रदेश में (नवंबर 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव के बाद) कांग्रेस सरकार बनते ही हम वृद्धावस्था पेंशन को बढ़ाकर 1 हजार रूपए महीना कर दी जाएगी। साल 2018 में प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने किसानों का दो लाख रूपए तक का कर्ज 10 दिन में माफ करने का ऐलान किया था, जिसके दम पर 15 साल बाद भाजपा को हराने के बाद कमलनाथ की सरकार प्रदेश में बनी थी। लेकिन, 15 महीने का कार्यकाल ही पूर्ण करने के बाद मार्च 2020 में 22 विधायकों के इस्तीफे के बाद कांग्रेस नीत कमलनाथ की सरकार गिर गई थी और 23 मार्च 2020 से शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बन गई थी।
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