उज्जैन में किया बटूकों का सम्मान
भगवान श्री कृष्ण की शिक्षास्थली महर्षि सांदीपनि आश्रम से सर्वप्रथम गीता जयंती महापर्व की शुरुआत हुई गुरुश्रेष्ठ सांदीपनि जी का पूजन अभिषेक कर आरती की गई एवं गीता के 18 अध्याय का पाठ ब्राह्मण बटुकों द्वारा किया गया बटुकों का सम्मान किया गया। बता दें कि अवंतिका नगरी स्थित महर्षि सांदीपनि ऋषि का आश्रम जहां भगवान श्री कृष्ण ने 64 दिन में 64 विद्या और 16 कलाओं का ज्ञान प्राप्त किया। इसी स्थान पर भगवान ने गीता का ज्ञान अर्जित किया था और कुरुक्षेत्र में अर्जुन को सुनाया था।प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी गीता जयंती के अवसर पर बटुकों ने गीता का पाठ किया।