रेलवे का प्रयास है कि घने जंगली इलाके में किसी भी प्रकार से वन्यप्राणी रेलवे ट्रैक के आसपास नहीं पहुंचे। वन्य प्राणी अभयारण्य होने की वजह से इस क्षेत्र में यात्री ट्रेनों को बेहद कम गति से निकाला जाता है। रेलवे की कोशिश है कि बाउंड्रीवॉल बनाकर यात्री ट्रेनों और माल गाडिय़ों की स्पीड में भी इजाफा किया जा सकेगा।
इसलिए पड़ी जरूरत
बुधनी बरखेड़ा क्षेत्र में जंगल से निकलने वाली रेलवे लाइन पर आए दिन वन्य प्राणी ट्रेन के सामने आ रहे हैं। हाल ही में मादा टाइगर और उसके तीन बच्चे ट्रेन की चपेट में आकर बुरी तरह घायल हो गए थे।
अब तक ये प्रयोग
13 बड़े ब्रिज का हो रहा निर्माण 54 छोटे ब्रिज का निर्माण कार्य जारी 06 डैम का निर्माण पूरा 22 स्थानों पर अंडरपास का निर्माण सेक्शन में 4 ओवर पास
बुदनी-मिडघाट के बीच। चौका-मिडघाट के बीच। चौका-मिडघाट के ही बीच। चौका-बरखेड़ा के बीच।
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