भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान ( ट्रिपल आईटी) ने मास्टर्स इन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), साइबर-फिजिकल सिस्टम (सीपीएस) सहित चार नए पीजी कोर्स शुरू किए हैं। इन कोर्स की खासबात यह है कि इनको करने के लिए आपको नियमित प्रवेश लेने की आवश्यकता नहीं है, बल्कि कामकाजी एवं पेशेवर लोग भी इन कोर्स को कर सकेंगे। यह पार्ट-टाइम कोर्स हैं। इन कोर्स में प्रवेश के लिए जुलाई में प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
एंट्रेंस टेस्ट के माध्यम से मिलेगा प्रवेश
प्रवेश के लिए ट्रिपल आईटी द्वारा अभ्यर्थियों का एंट्रेंस एग्जाम होगा। यह कोर्स वही छात्र कर सकेंगे जिनके पास बीटेक या आईटी की बैचलर डिग्री है। ट्रिपल आईटी के ई सेल प्रमुख अजय श्रीवास्तव ने बताया कि मास्टर्स प्रोग्राम शुरू करने का उद्देश्य छात्रों को आने वाले समय में तकनीकी चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार करना है। मास्टर्स डिग्री का महत्व विभिन्न क्षेत्रों में उच्च शिक्षा प्राह्रश्वत करने एवं उच्च तकनीकी दक्षता हासिल करने के लिए है। यह मास्टर्स की डिग्री कई मायने से हितकारी हो सकती है।
यह कोर्स देंगे रोजगार के मौके
1. मास्टर्स इन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई)-इसके मास्टर्स कोर्स में छात्रों को बदलती तकनीकी और अनुसंधान के क्षेत्र में दक्षता प्राप्त करने का मौका मिलेगा।
2. मास्टर्स इन डेटा साइंस-इस कोर्स के माध्यम से छात्रों को डेटा के सुधारण, विश्लेषण और व्यापार के क्षेत्र में माहिर बनने का अवसर मिलेगा। औद्योगिक क्षेत्र में इसकी काफी डिमांड है।
3. साइबर-फिजिकल सिस्टम (सीपीएस): -यह कोर्स साइबरफि जिकल सिस्टम के क्षेत्र में विशेषज्ञता प्रदान करने का उद्देश्य से प्रारंभ किया जा रहा है, ताकि छात्र सुरक्षित और नेटवर्किंग के क्षेत्र में अग्रणी बन सकें।
4. मास्टर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन्सः इस प्रोग्राम के माध्यम से छात्रों को कंह्रश्वयूटर एह्रश्वलीकेशन्स के क्षेत्र में शिक्षा और प्रशिक्षण प्रदान करने का उद्देश्य है, जिससे वे सॉफ्टवेयर डेवेलपमेंट और नेटवर्किंग में माहिर बन सकें।
नए शैक्षणिक सत्र में तीन एमटेक और एक एमसीए पोस्ट ग्रेजुएट पाठ्यक्रम शुरू किए हैं। प्रत्येक एमटेक कोर्स के लिए नियमित और पार्ट-टाइम पाठ्यक्रमों का सुविधाजनक विकल्प है, ताकि कामकाजी पेशेवर भी इससे लाभान्वित हो सकें। यह मास्टर्स की डिग्री कई मायने से हितकारी हो सकती है।
-आशुतोष कुमार सिंह, डायरेक्टर, ट्रिपल आईटी