कॉलेजों में अब इसके माध्यम से प्राचार्य से लेकर व्याख्याता, अतिथि शिक्षक और अन्य स्टाफ अपनी हाजिरी दर्ज कराएगा। सरकारी और गैर-सरकारी अनुदान पाने वाले कॉलेजों पर यह लागू होगा। इसके अलावा 53 पीएम एक्सीलेंस महाविद्यालयों के अधिकारियों को भी ऐप के माध्यम से ही उपस्थिति दर्ज करानी है।
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प्राचार्य होंगे नोडल, हर माह करेंगे जांच
ऐप से उपस्थिति पर कॉलेज प्राचार्यों को निगरानी रखनी होगी। इन्हें नोडल बनाया गया है। उच्च शिक्षा विभाग आइडी और पासवर्ड मुहैया कराएगा। हर माह ये उपस्थिति की रिपोर्ट का परीक्षण करेंगे। ये अधिकारी फील्ड पर घूमकर भी उपस्थिति का सत्यापन करेंगे।उच्च शिक्षा विभाग ने मॉनीटरिंग के लिए आइटी एक्सपर्ट किए तैनात
सभी कॉलेजों में एप के माध्यम से लगने वाली उपस्थिति की मॉनीटरिंग मुख्यालय स्तर पर होगी। उच्च शिक्षा संचालनालय की आइटी शाखा इस पर रिपोर्ट तैयार करेगी। उच्च शिक्षा विभाग के आयुक्त निशांत बरवड़े ने बुधवार को इसके संबंध में निर्देश जारी कर दिए है। इन निर्देशों में उच्च शिक्षा विभाग के क्षेत्रीय अतिरिक्त संचालको इसका पालन कराने की जिम्मेदारी दी गई है। कॉलेज में ऐप से हाजिरी का संभवत: प्रदेश में यह पहला प्रयोग है। इससे पहले स्कूलों में इस पर काम हो चुका है।