कटनी शहर में बाढ़ के हालात, निचले और ग्रामीण इलाके डूबे
कटनी. शहर में 9.26 इंच बारिश के बाद शहरी क्षेत्र में बाढ़ के हालात हो गए। यहां शहर के मध्य मुख्य मार्गों के अलावा निचली बस्तियों में भी पानी भर गया। प्रदेश में जोरदार बारिश के बीच डैम भी लाल निशान की ओर बढ़ रहे हैं। प्रमुख नदियों में बेतवा, नर्मदा, सोन, शिप्रा, तवा उफान पर हैं। इन नदियों पर बने बरगी, राजघाट, संजय सरोवर, जोहिला के अलावा कलियासोत, भदभदा, कोलार डैम के गेट खोले जा चुके हैं।नदी में फंसा युवक बाल-बाल बचा
मंदसौर. जोरदार बारिश के बाद मंदसौर जिले के सुवासरा खेजडिय़ा गांव में नदी उफान में आ गई। नाले में फंसे ग्रामीण को एसडीईआरएफ ने बचाया।
राजधानी भोपाल में सुहाना हुआ मौसम
भोपाल. रविवार की छुट्टी पर बड़ी तादाद में शहरवासी कोलार, कलियासोत, केरवा डैम देखने निकले। इससे जाम ड्यूटी पर आ खड़ा हुआ। शहर में जगहज गह जाम लग गया। कोलार में मदर टेरेसा स्कूल से दाहोद गांव तक 10 किमी तक गाडिय़ों की कतार लग गई। कलियासोत और केरवा जाने वाले रास्ते में भी लंबा जाम लगा। कलियासोत डैम के पास 2 किमी लंबा जाम लग गया।
बरगी, राजघाट, तवा डैम के गेट खोले, निचले इलाकों में बाढ़ के हालात
उफान पर गोपद, 8 घंटे बंद रहा आवागमन
सिंगरौली. दो दिन से लगातार बारिश के चलते गोपद नदी उफान पर है। रविवार 4 अगस्त को सीधी और सिंगरौली जिले की सीमा पर स्थित गोपद पुल से आठ घंटे आवागमन बंद रहा। रात में नदी का जलस्तर बढऩे से लोगों ने एहतियात के तौर पर स्वत: ही आना-जाना बंद कर दिया। जियावन थाना की ओर से लोगों को रोकने के लिए पुलिस भी वहां तैनात कर दी गई थी।
सुबह 5 बजे से बंद आवागमन को जलस्तर कुछ नीचे आने पर दोपहर एक बजे से खोला गया। नदी में पानी का जलस्तर 6 मीटर ऊंचे पुल के उपरी हिस्से तक पहुंचा गया था। सुबह 11 बजे से जलस्तर नीचे आने लगा और एक बजे तक तीन मीटर नीचे आ गया। पुल पर आवागमन बंद रहने के दौरान वाहनों को सरई रूट पर डायवर्ट कर दिया गया था।
ये नदियां उफान पर, गांव डूबे, संपर्क टूटा
प्रदेशभर में पिछले 3-4 दिनों से लगातार बारिश का दौर जारी है। जिलों के 15 से ज्यादा डैम लबालब हो चुके हैं, जिनके गेट खोल दिए हैं। जिस कारण नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। नदी-नाले उफान पर होने से आवामगमन प्रभावित हुआ है। रपटों-पुलों पर पानी आ गया है। गांव जलमग्र हो गए हैं, घरों में पानी घुस गया है। बाढ़ में फंसने से कई लोगों का रेस्क्यू किया गया है। शहर की गलियों में नाव चल रही हैं। आपदा प्रबंधन की टीमें बचाव कार्य में लगी हुई हैं।
उधर सिंगरौली में पिछले दो दिन से लगातार बारिश के चलते गोपद नदी उफान पर है। रविवार को सीधी और सिंगरौली जिले की सीमा पर स्थित गोपद पुल से आठ घंटे आवागमन बंद रहा।
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बकिया बराज डैम के 14 गेट खोले, चित्रकूट में मंदाकिनी नदी उफनी
सतना. शनिवार रात से शुरू तेज बारिश से टमस नदी के लगातार बढ़ते जल स्तर और बड़े पैमाने पर आ रहे पानी के बहाव को देखते हुए बकिया बराज डैम के 14 गेट खोल दिए गए। उचेहरा तहसील के नरहटी में टमस की बाढ़ में फंसे तीन लोगों को एसडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू करके सुरक्षित निकाला। नागौद में भी अमरन नदी उफान पर थी। इसके किनारे बसे आधा दर्जन लोगों को निकाल कर सामुदायिक केन्द्र में ठहराया गया है। चित्रकूट में मंदाकिनी नदी के लगातार बढ़ते जल स्तर को देखते हुए इसके किनारों पर अलर्ट जारी कर दिया गया है। घाटों पर लोगों के जाने के मनाही कर दी गई है और लगातार लोगों को सचेत करने माइकिंग की जाती रही।
दमोह में 24 घंटे में 6 इंच, तेंदुखेड़ा में 7 इंच बारिश, जान बचाने पडे़ पर चढ़े लोग
दमोह जिले में में शनिवार रात से शुरू हुई मूसलाधार बारिश रविवार को भी जारी रही। दिनभर हुई बारिश से नदी-नाले उफान पर रहे। सबसे ज्यादा बारिश दमोह और तेंदूखेड़ा में दर्ज की गई। दमोह में जहां 24 घंटे में 6 इंच बारिश हुई, जबकि तेंदूखेड़ा में 7 इंच बारिश हुई। जबकि जिले में औसत बारिश 4 इंच दर्ज की गई। चारों तरफ पानी गिरने से सुनार, व्यारमा, कोपरा, जूड़ी, हिरन नदी उफान पर रही। जिससे दमोह-जबलपुर वाया तेंदूखेड़ा मार्ग, दमोह-पथरिया रोड, हटा-कटनी वाया पटेरा रोड बंद हो गया। गांवों में नाला, छोटे पुल उफान पर होने से दो दर्जन रास्ते डूब गए। कुंडलपुर और आंजनी में तालाब फटने से लोगों के घरों में पानी भर गया।
केरबना के पास पंचमनगर डैम का बहाव बढ़ने से दो युवक फंस गए। जान बचाने के लिए दोनों पेड़ पर चढ़ गए, जिनका रेस्क्यू किया जा रहा है। ये भी पढ़ें: MP News: शिवलिंग बना रहे बच्चों की दर्दनाक मौत के मामले में सीएम मोहन यादव सख्त, लिया बड़ा एक्शन
पन्ना में केन, पतने, मिढ़ासन और व्यारमा नदिया उफनी, कई रास्ते डूबे
पन्ना. जिले में 24 घंटे में 132 मिमी से भी अधिक बारिश होने से केन, पतने, व्यारमा सहित अन्य नदियां उफान पर आ गईं हैं। जिले के अमानगंज, पवई, शाहनगर, सिमरिया, मोहंद्रा क्षेत्र के अधिकांश पुल-पुलियों के ऊपर पानी बहने से पवई-कटनी मार्ग देर शाम तक बंद रहा। इसके अलावा तेंदूघाट डैम के गेट खोले जाने के कारण सिमरिया क्षेत्र में नदियों का जल स्तर बढऩे से पवई से मोहंद्रा और अमानगंज-दमोह मार्ग से आवागमन ठप हो गया। इसके कारण जिले के बड़े हिस्से में बसों का आवागमन ठप रहा। बारिश की वजह से एक दर्जन गांवों में जलभराव की स्थिति है। एसडीइआरएफ (SDERF) की टीम सुबह से जलभराव वाले गांवों में लोगों को बाहर निकालने में लगी है।
रीवा में पहाड़ के रास्ते में पिकनिक मनाने पहुंचे लोग फंसे, किया रेस्क्यू
रीवा. गोविन्दगढ़ के खंधों में एक दिन पूर्व पहाड़ के नाले में अचानक आई बाढ़ में फंसे दो दर्जन लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। देर रात दो बजे रेसक्यू आपरेशन पूरा हुआ। फंसने वालों में बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे भी थे। सभी लोग पिकनिक मनाने आए थे। इसी दौरान पहाड़ के दोनों ओर से गुजरने वाले नाले का जलस्तर तेजी से बढ़ गया फंस गए थे।नदी पार करते समय दो युवक बहे, एक मिला शव, दूसरे का सिर्फ बाइक मिली
शहडोल. जिले में बीते दो दिन हुई बारिश में नदी नाले ऊफान पर आ गए। कई स्थानों में छोटी बड़ी पुल बहने से आवागमन प्रभावित हुआ है। पपौंध, ब्यौहारी व सीधी क्षेत्र में तीन यवुक पानी के तेज बहाव में बह गए। इसमें दो युवकों का शव बरामद हो गया है।
वहीं सीधी थाना क्षेत्र के पहडिय़ा में बहे युवक की मोटर साइकल बरामद हुई है, जबकि यवुक की तलाश में पुलिस व स्थानीय लोग जुटे हुए हैं। लगातार हुई बारिश से बांध व तालाबों का भी जल स्तर बढ़ा है। बाणसागर बांध का जल स्तर दो दिन 10 प्रतिशत बढ़ गया है। वहीं कई स्थानों में छोटे पुल व रपटा बहने से आवागमन बाधित हुआ है।