बुधवार को राजधानी भोपाल में प्रदेशभर से आए हजारों अतिथि शिक्षकों ने नियमितीकरण समेत अन्य मांगों को लेकर अपनी आवाज बुलंद की। अतिथि शिक्षक सीएम हाउस का घेराव करने के लिए निकले पर उन्हें दूसरे स्टॉप पर रोक दिया गया।
यह भी पढ़ें : एमपी में दर्दनाक हादसा, 7 लोग डूबे, सगी बहनें, मामा-भांजा, मौसी-भांजी की मौत से पसरा मातम अतिथि शिक्षकों का कहना है कि वे अब वापस नहीं जाएंगे। वे बोरिया बिस्तर लेकर आए हैं। हालांकि बड़ी संख्या में तैनात पुलिसकर्मियों से ये पार नहीं पा रहे हैं। प्रदर्शन के दौरान कई अतिथि शिक्षकों की तबीयत खराब हो गई। प्रदर्शन के दौरान कुछ पुरुष और महिला अतिथि शिक्षक तो बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़े। इनमें से एक महिला को गंभीर हालत में अस्पताल भेजा गया।
बता दें कि इससे पहले अतिथि शिक्षकों ने एमपी के दौरे पर आए पूर्व सीएम और वर्तमान केंद्रीय मंत्री शिवराजसिंह चौहान को भी रोककर नियमित करने का उनका वादा याद दिलाया था। केंद्रीय मंत्री शिवराजसिंह चौहान ने अपनी बात दोहराई भी थी और अतिथि शिक्षकों को नियमित करने के लिए हर कोशिश करने का भी वादा किया था।
अतिथि शिक्षकों के 10 सितम्बर को हुए प्रदर्शन के बाद कुछ बिंदुओं पर सहमति बनी थी। सरकार ने तात्कालिक मांगों के निराकरण का आश्वासन भी दिया था लेकिन अभी तक आदेश जारी नहीं किए। इससे नाराज अतिथि शिक्षकों ने एक बार फिर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल लिया है।