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भोपाल

हम्मालों को नहीं मिला पैसा, काम से इनकार

– 75 करोड़ से अधिक का होना था भुगतान

भोपालMay 09, 2020 / 12:01 am

anil chaudhary

Traders strike to protest the increase in mandi duty in bhilwara

Traders strike to protest the increase in mandi duty in bhilwara

भोपाल. अनाज खरीदी केंद्रों पर काम कर रहे हम्मालों को मेहनताना नहीं मिल पा रहा है। इससे नाराज हम्माल सहित अन्य श्रमिक काम करने से इनकार करने लगे हैं। हम्मालों को अब तक 75 करोड़ रुपए से अधिक का भुगतान किया जाना था, लेकिन सिर्फ चार करोड़ रुपए ही दिए गए हैं।
प्रदेश में 4508 खरीदी केंद्र बनाए गए हैं, लेकिन अभी 4485 केंद्रों पर गेहूं की खरीदी शुरू की गई है। प्रत्येक केंद्र पर करीब 20 हम्माल सहित अन्य मजदूर काम करते हैं। हम्मालों को प्रति बोरी गेहूं भरने, तुलाई करने और उसे एक स्थान पर रखने के लिए आठ रुपए से 14 रुपए तक का भुगतान किया जाता है। श्रमिकों को कलेक्टर दर पर मजदूरी दी जाती है। खरीदी केंद्रों पर समितियां हम्माल और मजदूर स्थानीय स्तर पर रखती हैं। हालात यह है कि इनको महज 10 फीसदी भुगतान किया गया है।
– समितियों को नहीं मिला 212 करोड़ कमीशन
बताया जाता है कि समितियों को एक औसत आधार मानते हुए 14 रुपए प्रति क्विंटल हम्मालों और मजदूरों को मजदूरी दी जाती है। 27 रुपए समितियों को कमीशन दिया जाता है। अभी तक करीब 57 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीदी की गई है। इस तरह अभी तक सभी का मिलाकर करीब 212 करोड़ रुपए का भुगतान खाद्य विभाग को करना था, लेकिन मात्र साढ़े 12 करोड़ भुगतान किया है, जिसमें हम्मालों के चार करोड़ और समितियों के साढ़े आठ करोड़ रुपए हैं।

– गोदामों में जांच में हो रही देरी
अभी तक करीब 57 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीदी की गई है। इसमें 55 लाख मीट्रिक टन गेहूं का परिवहन किया गया है, लेकिन गोदामों में वजन और गुणवत्ता की जांच के बाद 40 लाख मीट्रिक टन गेहूं को रखा है। गुणवत्ता की जांच और वजन जांच-पड़ताल में देरी लगने से गोदामों के सामने ट्रकों की लाइनें लगी रहती हैं।
– साढ़े नौ लाख किसानों ने बेचा गेहूं
अभी तक प्रदेश के साढ़े नौ लाख से अधिक किसानों ने समर्थन मूल्य पर फसल बेची है। आठ लाख किसानों को भुगतान किया जा चुका है, एक लाख 50 हजार किसानों के खाते में राशि ट्रांसफर की प्रक्रिया एक-दो दिन के अंदर पूरी कर दी जाएगी।

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