यह लंबी प्रक्रिया, मरीजों की कई जांच की जाती है
भोपाल एम्स (Bhopal AIIMS) के बर्न व प्लास्टिक सर्जरी विभाग के एसोसिएट प्रो. राहुल दुबेपुरिया ने बताया एक घंटे में गंजेपन से छुटकारा संभव नहीं है। यह लंबी प्रक्रिया है। ब्लड टेस्ट से लेकर ओटी में कई प्रक्रिया होती है।
अप्रशिक्षित से हेयर ट्रांसप्लांट के खतरे
- कई बार बचे हुए बाल भी चले जाते हैं
- गंभीर इंफेक्शन का खतरा
- दाने से लेकर स्किन एलर्जी
- लुक पर खराब असर
इन दो केस से जानिए कैसी समस्या
- भानपुर में ब्यूटीपार्लर में हेयर ट्रांसप्लांट कराया। डेढ़ माह बाद सिर में तेज दर्द और जलन हुई। हमीदिया में हुई जांच में सीवियर इंफेक्शन पाया गया।
- कोलार के 42 साल के व्यापारी ने घर के पास एक सैलून में हेयर ट्रांसप्लांट कराया। पहले सिर में खुजली हुई। बाद में फुंसियों में बदल गई।
क्या है गाइडलाइन
नेशनल मेडिकल कमीशन की गाइडलाइन के अनुसार हेयर ट्रांसप्लांट केवल प्लास्टिक सर्जन या कोर्स करने वाले स्किन स्पेशलिस्ट ही कर सकते हैं। ट्रांसप्लांट के लिए ऑपरेशन थिएटर से लेकर वार्ड होना जरूरी है। इंफेक्शन होने पर मेडिसिन विशेषज्ञ का होना जरूरी है।
एक्सपर्ट ने बताया बाल बचाने और हेयर ट्रांसप्लांट का सुरक्षित तरीका
एम्स के बर्न व प्लास्टिक सर्जरी विभाग के एसोसिएट प्रो. राहुल दुबेपुरिया ने लोगों को सलाह दी है कि हेयर ट्रांसप्लांट करवाने के लिए आप प्लास्टिक सर्जन या स्किन स्पेशलिस्ट से ही जाएं। अपने फैमिली सैलून पर जाने से बचें। एक्सपर्ट से हेयर ट्रांसप्लांट करवाने से आपके सिर पर जो बाल हैं वो बचे रहेंगे और हेयर ट्रांसप्लांट करवाने के बाद साइड इफेक्ट के चांस भी लगभग जीरो हो जाएंगे।