यहां इंस्ट्रक्चर एआइ को कंट्रोल करेगा और एआइ बच्चों को पढ़ाएगा। दरअसल, राज्य ओपन बोर्ड से अमूमन बिना नियमित रहे बिना ही पढ़ाई होती है। लेकिन बोर्ड ने भोपाल समेत प्रदेश के 50 नियमित स्कूलों को गोद लिया है। भाषा पढ़ाने और तकनीकी विषय के लिए शिक्षक नहीं हैं। इसे देखते हुए एआइ लैब तैयार किया गया है।
शिक्षा व्यवस्था को अपडेट करने के लिए एआइ का प्रयोग कर रहे हैं। स्कूलों में लैब तैयार करेंगे। बोर्ड अपने कोर्स में एआइ को विषय के रूप में शामिल कर रहा है।-पीआर तिवारी, डायरेक्टर, राज्य ओपन बोर्ड
माशिमं के लिए भी बन सकता है विकल्प
विशेषज्ञों की मानें तो प्रदेश में माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) के 94 हजार स्कूलों में शिक्षकों की स्वीकृत पदों की संख्या करीब 3.50 लाख है। इनमें 70 हजार पद खाली हैं। राज्य ओपन बोर्ड की एआइ लैब की सफलता के बाद माशिमं के स्कूलों में भी इसकी शुरुआत करने से शिक्षकों की कमी दूर हो सकती है।ऐसे करेगा काम
● लैब में 20 कम्प्यूटर, एक इंस्ट्रक्टर● इंस्ट्रक्टर एआइ को करेंगे कंट्रोल
● एआई बच्चों को विषय पढ़ाएगा
● 5वीं से 12वीं तक के गणित और कम्प्यूटर साइंस के बच्चों की पढ़ाई होगी आसान
● बच्चे एआइ से देश-दुनिया की गतिविधियों से भी अपडेट रहेंगे।