चांदी में तेजी क्यों
चांदी का उपयोग आभूषणों में मात्र 30 फीसदी के आसपास होता है जबकि 70 फीसदी चांदी की मांग औद्योगिक इकाइयों में होती है। इलेक्ट्रिक व्हीकल (इवी) सहित इलेक्ट्रिक उत्पादों में चांदी की खपत ज्यादा है। मांग और आपूर्ति में अंतर के चलते चांदी के भाव बढ़ते जा रहे हैं।क्या कहते हैं सराफा एक्सपर्ट
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के सराफा एक्सपर्ट नवनीत अग्रवाल बताते हैं कि सोने के भावों को भी चांदी फॉलो करती है। यानी सोने के दाम बढ़ेगें तो चांदी भी महंगी होगी। ग्लोबल कंडीशन को देखते हुए भी देश-दुनिया के बड़े बैंक कीमती धातुओं का स्टॉक बनाते हैं। हालांकि सोने के भाव बढऩे से अर्थव्यवस्था भी प्रभावित होती है।मार्केट एक्सपर्ट का
मार्केट एक्सपर्ट का कहना है कि सोना-चांदी के बढ़ते भावों में निवेशक पैसा लगा सकते हैं लेकिन आम ग्राहक को थोड़ा इंतजार करना चाहिए। हालांकि सोना-चांदी के भाव अंतरराष्ट्रीय बाजारों और परिस्थितियों पर निर्भर करते हैं। आर्थिक विश्लेषक आदित्य जैन मनयां बताते हैं कि रुसयू क्रेन, इजरायल-हमास जैसे देशों में लंबे समय से युद्ध चल रहा है। इसकी वजह से सोने का स्टॉक बढ़ रहा है।30% तक घटी है मांग
सोना-चांदी के भावों में तेजी से सोना-चांदी की घरेलू सराफा बाजारों में मांग 30 फीसद घटी है। बहुत ज्यादा जरूरत पर ही उपभोक्ता ज्वेलरी खरीद रहे हैं। ज्यादातर लोग पुराने जेवरातों को तुड़वाकर नए जेवर बनवा रहे हैं। जानकारों का कहना है कि इस तेजी के दौर में कुछ ग्राहक ऐसे भी है जो सोना-चांदी बेचकर मुनाफा कूट रहे हैं। ये भी पढ़ें : Ujjain News: काम की तलाश में 600 किमी दूर आई थी महिला, जान बचाने आधी रात में सड़क पर दौड़ती रही
1 किलो चांदी के भाव
आज 22 जून के भाव कल 21 जून के भाव 1 दिन में बढ़ा अंतर 98,500 97,100 1,400