इसके साथ ही चांदी सितंबर तक 6,000 रुपए तक टूट गए। उसके बाद से चांदी का बाजार भी गिरता जा रहा है। सराफा कारोबारी नवनीत अग्रवाल कहते हैं कि अपने ऑल टाइम हाई के बाद से सोने से सोना-चांदी के भाव में गिरावट आती जा रही है। चालू माह में 5 मार्च को सोने ने 46,000 रुपए के साथ नया बॉटम बनाया था। उनका कहना है कि अगले माह वैवाहिक खरीदी शुरू होने वाली है। इसलिए होली के बाद अच्छी ग्राहकी निकलने की उम्मीद की जा रही है।
श्रीसराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष नरेश अग्रवाल बताते हैं कि क्रूड में निवेश बढ़ना एवं अमरीकी डॉलर मजबूत होने का असर भी सोने की खरीदी पर बढ़ रहा है। देश में सोने की कीमतों में 12.50 फीसदी इम्पोर्ट ड्यूटी और 3 फीसदी जीएसटी लगता है। इसके अलावा ज्वेलर्स अपनी शर्तों पर मैकिंग चार्ज भी जेवर के हिसाब से वसूलते हैं। ज्वेलर्स का कहना है कि कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए ज्वेलर्स सोने का आयात चालू वित्त वर्ष 2020-21 के पहले 11 महीनों (अप्रैल-फरवरी) में 3.3 प्रतिशत घटकर 26.11 अरब डॉलर रह गया। वाणिज्य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों से यह जानकारी मिली है।
इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में पीली धातु का आयात 27 अरब डॉलर रहा था। आंकड़ों के अनुसार सोने के आयात में कमी से देश के व्यापार घाटे को कम करने में मदद मिली है। एमसीएक्स पर तेजी वायदा में बुधवार को सोने और चांदी की कीमतों में तेजी का रुख दिख रहा है। एमसीएक्स पर अप्रैल डिलीवरी वाला सोना बुधवार को 154 रुपए की तेजी के साथ खुला। दोपहर 12 बजे यह 159 रुपए तेजी के साथ 44805 रुपए पर ट्रेड कर रहा था।