Ganesh utsav: दस दिवसीय गणेश उत्सव प्रारंभ हो गया। यह दस दिन अनंत चतुर्दर्शी तक चलगा। इस बार गणेश उत्सव की शुरुआत सर्वार्थ सिद्धि योग सहित कई शुभ योगों में होगी। गणेशजी के सत्कार के लिए शहर में तैयारियां शुरू हो गई है। जगह-जगह गणेशजी की झांकियों के लिए आकर्षक पंडाल सजाए जा रहे हैं, साथ ही आकर्षक लाइटिंग की जा रही है।
शहर में दो हजार से अधिक सार्वजनिक स्थानों पर गणेश प्रतिमाओं की स्थापना की जाएगी, इसी प्रकार घरों में भी गणेश स्थापना कर श्रद्धालु दस दिनों तक भक्ति करेंगे। शहर में पांच प्रमुख स्थानों भगवान गणेश अलग-अलग रूपों में नजर आएंगे। पिपल चौक पर भोपाल के राजा चांदी का सिंहासन बैठेंगे, तो कोलार में बद्रीनाथ मंदिर बनाया गया है। इसी तरह न्यूमार्केट में लालबाग के राजा तो करोंद में 51 हजार मोतियों से विघ्नहर्ता का श्रृंगार किया गया है।
यह पांच स्थानों पर खास
-कोलार में उत्तराखंड के बद्रीनाथ धाम की तर्ज पर झांकी सजाकर यहां 16 फीट ऊंची गणेश प्रतिमा की स्थापना की जाएगी। -न्यू मार्केट में भी लालबाग के राजा की प्रतिमा स्थापित की जाएगी। यहां भी पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हुए झांकी सजाई जा रही है। -करोंद के मुरली नगर में जगदबार सार्वजनिक गणेश उत्सव समिति की ओर से दगड़ू सेठ गणेश की तर्ज पर मुरली नगर के राजा की स्थापना की जाएगी। यह प्रतिमा 11 फीट की है। मुंबई के कलाकारों द्वारा इसे तैयार किया गया है। प्रतिमा को 51 हजार मोतियों के नग से सजाया गया है।
-राजधानी के पीपल चौक पर भोपाल के राजा शहर के प्रथम गणेश है। इस बार गणेश उत्सव में भोपाल के राजा को 551 किलो छप्पन भोग और 351 किलो लड्डुओं का महाभोग लगाया जाएगा।
-इतवारा में भोले नाथ के रूप में भगवान गणेश की प्रतिमा को तैयार किया गया है। यहां पंडाल को महाराष्ट्रीयन दर्ज पर सजाया गया है।
गणेश उत्सव पर खास
-3 हजार से अधिक स्थानों पर बिक्री स्टॉल – 25 हजार से अधिक घरों में स्थापना – 2 हजार से अधिक सार्वजनिक स्थलों पर पंडाल, झांकियां
यहां राजाओं के वेष में गणेश
– कोलार में लालबाग के राजा – पीपल चौक में भोपाल के राजा – न्यू मार्केट में लालबाग के राजा -करोंद में करोंद के राजा -मुरली नगर के राजा दगड़ु सेठ गणेश
गणेश स्थापना के शुभ मुहूर्त
सुबह 11.38 से 1.30 बजे तक वृश्चिक लग्न अभिजीत मुहूर्त दोपहर 11.48 से 12. 12 गोधूलि बेला शाम 4.40 से 5.40 तक
चौघडिय़ा मुहूर्त
सुबह 7.30 से 9 बजे तक शुभ दोपहर 1.30 बजे से 4.30 बजे तक लाभ और अमृत शाम 6 से 7.30 लाभ रात्रि 9 से 12 शुभ और अमृत