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सिंधिया विरोधी रहे नेता को दी गई Y श्रेणी की सुरक्षा, जान का खतरा या फिर सियासत?

जयभान सिंह पवैया मध्यप्रदेश सरकार में मंत्री रह चुके हैं।

भोपालMay 09, 2020 / 02:42 pm

Pawan Tiwari

भोपाल. मध्य प्रदेश के पूर्व मंत्री और मध्यप्रदेश भाजपा के वरिष्ठ नेता जयभान सिंह पवैया को Y कैटेगरी की सुरक्षा दी गई है। जानकारी के अनुसार उनकी जान को आतंकवादियों से खतरा बना रहता है। जिसके चलते उन्हें यह सुरक्षा दी गई है। लेकिन इस सुरक्षा को दूसरे पहलू से भी जोड़कर देखा जा रहा है। ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में शामिल होने के बाद मध्यप्रदेश में कई चीजें बदल गई हैं। एक तरफ जहां प्रदेश की सरकार बदली वहीं, ग्वालियर चंबल की सियासत में भी बड़ा बदलाव आया है।
राज्य सरकार ने बढ़ाई सुरक्षा
राज्य सुरक्षा समिति की बैठक में जनप्रतिनिधियों को दी गई सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की जाती है। उसी के आधार पर जयभान सिंह पवैया को वाय श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की गई है। जयभान सिंह पवैया के पास फिलहाल कोई पद नहीं है और 2018 का विधानसभा चुनाव भी हार गए हैं।
हिन्दूवादी नेता हैं पवैया
जयभान सिंह पवैया की छवि कट्टर हिंदूवादी नेता की है। शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने बाबरी मस्जिद विध्वंश केस की सुनवाई कर रहे लखनऊ की स्पेशल ट्रायल कोर्ट से 31 अगस्त तक केस का निपटारा करने का आदेश दिया है। माना जा रहा है कि सुप्रीम कोर्ट के इस आदेश के बाद भी जयभान सिंह पवैया की सुरक्षा बढ़ाई गई है। अयोध्या में बाबरी मस्जिद मामले में जयभान सिंह पवैया की सक्रिय भूमिका थी।
छह दिसंबर 1992 को बाबरी मस्जिद विध्वंश के मामले में लखनऊ की सीबीआई अदालत ने ग्वालियर के फायर ब्रांड नेता जयभान सिंह पवैया के खिलाफ अभी मुकदमा चल रहा है। बाबरी मस्जिद विध्वंश मामले में सीबीआईई ने जिन सात प्रमुख नेताओं को गिरफ्तार किया था उनमें जयभान सिंह पवैया का भी नाम था। सीबीआई जयभान सिंह पवैया को गिरफ्तार करने के लिए माधैगंज स्थिति निवास पर छापेमारी की थी लेकिन वो मिले नहीं थे। बाद में गिरफ्तार किए गए थे। जयभान सिंह पवैया उस समय बजरंग दल के अध्यक्ष थे।
सिंधिया विरोधी रहे हैं पवैया
जयभान सिंह पवैया पूर्व मंत्री जयभान सिंह पवैया की राजनीति ज्योतिरादित्य के विरोध में पर ही टिकी रही है। पहले जयभान ने ज्योतिरादित्य के पिता माधवराव सिंधिया का विरोध किया, फिर उनकी मृत्यु के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया का खुलेआम विरोध करने लगे थे। सियासत में सिंधिया को लेकर सबसे कड़वे बोल और विरोध जयभान ने ही किया, जबकि ज्योतिरादित्य ने जयभान को रिस्पांस ही नहीं दिया। अब ज्योतिरादित्य के भाजपा में हैं ऐसे में जयभान सिंह के लिए मुश्किलें भी हैं।

सिंधिया के पास भी Y श्रेणी की सुरक्षा
ज्योतिरादित्य सिंधिया को भी केन्द्र सरकार की तरफ से Y श्रेणी की सुरक्षा मिली है। लेकिन मध्यप्रदेश में उनके पास Z श्रेणी की सुरक्षा है। पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को 20 फरवरी को जेड श्रेणी सुरक्षा मिल गई थी। उस समय मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी। उनके साथ स्थानीय स्तर पर पुलिस द्वारा पायलट और फॉलो गार्ड लगाए जाते थे। लेकिन 20 फरवरी को इन्हें जेड श्रेणी सुरक्षा दी गई है। यह सुरक्षा स्टेट सिक्योरिटी कमेटी ने दी थी। जानकारों का कहना है कि भाजपा ग्वालियर चंबल में ज्योतिरादित्य सिंधिया के सामने जयभान सिंह पवैया को भी मजबूत करना चाहती है। एक वजह भी है जिस कारण से उन्हें Y श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की गई है।
दोनों श्रेणी में क्या अंतर
जेड श्रेणी की सुरक्षा में चार से पांच एनएसजी कमांडो सहित कुल 22 सुरक्षागार्ड तैनात होते हैं। वहीं, Y श्रेणी की सुरक्षा कम खतरे वाले लोगों को दी जाती है। इसमें कुल 11 सुरक्षाकर्मी शामिल होते हैं। जिसमें दो कमांडो तैनात होता हैं। हालांकि जयभान सिंह पवैया को राज्य स्तर पर Y श्रेणी की सुरक्षा दी गई है।

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