बता दें कि भोपाल में रहने वाले गौरव राजपूत रविवार को सुबह पत्नी, दोनों बच्चों और भाभी के साथ क्रीसेंट वॉटर पार्क गए थे। आरुष वॉटर पार्क के कम पानी वाले हिस्से में तैर रहा था और गौरव स्लाइडर थे। खेलते-खेतले आरुष पानी में डूब गया। जब मां ने बच्चे को डूबते देखा तो बच्चे को पानी से निकाला। बताया जा रहा है कि आरुष तीसरी कक्षा का छात्र है। हालांकि, परिजनों ने आरुष की आंखें दान देने का फैसला किया है।
परिवार ने लगाए आरोप
आरुष के परिवार ने आरोप लगाया है कि हादसे के बाद वॉटर पार्क प्रबंधन ने फर्स्ट ऐड किट मांगी थी लेकिन उन्होंने नहीं दी। वहीं क्रीसेंट वॉटर पार्क के मैनेजर कहा कि ये सभी आरोप निराधार हैं। हमारे यहां हर स्विमिंग पूल पर 5-6 गार्ड तैनात रहते हैं। हमारी स्वयं की एंबुलेंस है। उसी से बच्चे को अस्पताल पहुंचाया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।