भोपाल

शहर में छप रहे हैं 100, 200, 500 के नकली नोट, आप भी जानिए कैसे करते हैं असली की पहचान

– घर में ही छापने लगा नकली नोट – 5-5 सौ के 294 नग नकली नोट मिले

भोपालDec 20, 2021 / 01:13 pm

Ashtha Awasthi

FaKe currency

भोपाल। पूरे मध्यप्रदेश में नकली नोट बनाने वालों पर क्राइम ब्रांच की कार्रवाई जारी है। राजधानी भोपाल में नकली नोट बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ है, क्राइम ब्रांच ने कार्रवाई करते हुए नकली नोट बनाने वाले आरोपियों को गिरफ्तार किया है, इन आरोपियों के पास से 2 लाख 70 हजार के नकली नोट भी बरामद किए गए हैं। सभी नोट एक ही सीरीज के हैं। पुलिस ने इनके पास से नोट छापने वाला प्रिंटर भी जब्त किया है। बताया गया कि मेडिकल स्टोर में उधारी, आर्थिक तंगी के चलते आरोपी नोट छापते थे।

पुलिस सूचना मिली थी कि गुलफाम मैरिज गार्डन के सामने दो लोग नकली नोट लिए घूम रहे हैं। इस पर पुलिस टीम गुलफाम मैरिज गार्डन पहुंची। मुखबिर के बताए हुलिए के दो व्यक्ति दिखे, जिन्हें घेराबंदी कर पकड़ा गया। पूछने पर उन्होंने अपना नाम भूपेन्द्र पिता स्व. हरिनारायण, उम्र 30 साल निवासी ग्राम पाढल्या खेडी थाना कुरावर तहसील नरसिंहगढ जिला राजगढ व दूसरे ने सोनू पिता वंशीलाल, उम्र 22 साल निवासी ग्राम सीलखेडा थाना मलावर जिला राजगढ़ बताया। दोनों की तलाशी में नकली नोट बरामद किए गए। नोट एक ही सीरीज के थे। दोनों आरोपियों से नकली नोट मिलने पर गिरफ्तार किया।

गर्वनर के हस्ताक्षर वाले नोट

बरामद नोटों को असली नोट से मिलान करने पर हूबहू 200 व 500 का नोट दिख रहे हैं। नकली नोट में भारतीय रिजर्व बैंक पांच सौ रुपये हिन्दी में व अंग्रेजी में लिखा है। महात्मा गांधी की फोटो धुंधली लगी है। गर्वनर अंग्रेजी में लिखा है, हस्ताक्षर अंग्रेजी में हैं। सभी नोट एक ही सीरीज के हैं।

आप ऐसे करें पहचान

– 100 रुपये के असली नए नोट की पहचान करने का पहला तरीका यह है कि असली नोट पर सामने वाले दोनों हिस्से पर देवनागरी में 100 लिखा है. वहीं नोट के बीच में महात्मा गांधी की फोटो लगी है। साथ ही 100 रुपये के असली नोट पर RBI, भारत, INDIA और 100 छोटे अक्षरों में लिखा है। 100 रुपये या उससे अधिक मूल्य वाले नोट पर महात्मा गांधी का चित्र, रिजर्व बैंक की सील, गारंटी और प्रॉमिस क्लॉज, अशोक स्तंभ, आरबीआई गवर्नर के हस्ताक्षर और दृष्टिबाधित व्यक्तियों के लिए आइडेंटिफिकेशन मार्क इंटैग्लियो में प्रिंटेड (Intaglio printing) होते हैं।

– 200, 500 और 2000 रुपये के नोट पर यह मूल्य एक रंग बदलने वाली स्याही से लिखा होता है. जब नोट को समतल रखा जाता है तो इन अंकों का रंग हरा दिखाई देता है, लेकिन जब इन्हें थोड़ा घुमाया जाए तो यह नीले रंग में बदल जाता है।

– नोट को किसी लाइट के सामने रखने पर यहां 500 लिखा हुआ दिखता है। आंख के सामने 45 डिग्री के एंगल पर नोट रखेंगे तो यहां 500 लिखा दिखेगा। यहां पर देवनागरी में 500 लिखा होता है। पुराने नोट से तुलना करें तो महात्मा गांधी की तस्वीर का ओरिएंटेशन और पोजिशन थोड़ा अलग है। नोट को हल्का मोड़ेंगे तो सिक्योरिटी थ्रीड का कलर हरा से नीला हो जाता है। पुराने नोट की तुलना में गवर्नर के सिग्नेचर, गारंटी क्लॉज, प्रॉमिस क्लॉज और RBI का लोगो दाहिनी तरफ शिफ्ट हो गया है। यहां महात्मा गांधी की तस्वीर है और इलेक्ट्रोटाइप वाटरमार्क भी है।

– 500 के नोट की छपाई का साल लिखा हुआ है। सेंटर की तरफ लैंग्वेज पैनल है। स्लोगन के साथ स्वच्छ भारत का लोगो मुद्रित है।

– बैंक के 10, 20, और 50 मूल्यवर्ग के नोट पर फ्रंट साइड में सिल्वर रंग की मशीन रिडेबल सुरक्षा धागा होता है। यह सिक्योरिटी धागा अल्ट्रावायलेट प्रकाश में रखने पर पीले रंग का प्रतीत होता है। लाइट के विपरीत रखने पर यह एक सीधी रेखा में दिखता है।

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