बनेगी विवाद की स्थिति
शहर के करीब 60 हजार से अधिक घर किराए पर हैं। सब्सिडी के साथ बिल आने पर किराएदार उसे जमा कर देते हैं। लेकिन बिजली बिल मकान मालिक के नाम है। इसलिए बैंक खाता व आधार नंबर उन्हीं का जुड़ेगा। ऐसे में सब्सिडी मकान मालिक के खाते में जाएगी और किराएदार को पूरा बिल जमा करना होगा। यदि मकान मालिक किराए में से सब्सिडी नहीं काटेगा तो विवाद की स्थिति बनेगी।
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ये होगा बदलाव
-सब्सिडी बिजली बिल के साथ ने जुड़कर सीधे बैंक खाते में आएगी। -उपभोक्ताओं को बिजली का बिल की पूरी राशि जमा करनी होगी। -ई-केवायसी से आधार से लिंक बैंक खाता, मोबाइल नंबर बिजली बिल से जुड़ेगा। शासन के निर्देशानुसार काम किया जा रहा है। डीबीटी से ही सभी बेनिफिट सीधे खाते में दिए जा रहे हैं। इससे पारदर्शिता बढ़ेगी। मनु श्रीवास्तव, एसीएस, ऊर्जा