‘एक कार्यकर्ता’ पड़ गया भारी, भाजपा को ऐसे हुआ डबल नुकसान
Analysis: विजयपुर सीट पर कांग्रेस से भाजपा में आए रामनिवास रावत की हार से एमपी भाजपा को हुआ डबल नुकसान…कांग्रेस के मुकेश की जीत के पीछे भी है गजब कहानी…
Analysis: मध्यप्रदेश के श्योपुर जिले की विजयपुर सीट पर हुए उपचुनाव में भाजपा की हार हुई है और भाजपा प्रत्याशी और वनमंत्री रामनिवास रावत को 7 हजार से ज्यादा वोटों से हार का मुंह देखना पड़ा है। भाजपा की हार की चर्चा हो रही है हार के कारणों की समीक्षा भी पार्टी करेगी लेकिन इस सब के बीच चर्चा का विषय कांग्रेस प्रत्याशी मुकेश मल्होत्रा की जीत भी है। इसकी बड़ी वजह हम आपको इस खबर में बताएंगे और बताएंगे कि आखिर कैसे एक कार्यकर्ता आज पार्टी पर भारी पड़ गया और कैसे रामनिवास रावत की हार से डबल नुकसान उठाना पड़ा।
लोकसभा चुनावों के वक्त कांग्रेस का हाथ छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले रामनिवास रावत को प्रदेश की मोहन यादव सरकार में कुछ महीनों पहले वन मंत्री बनाया गया था। सरकार में मंत्री रहते भाजपा ने रामनिवास रावत को विजयपुर उपचुनाव के लिए प्रत्याशी घोषित किया। जीत के लिए पूरी ताकत भी पार्टी ने चुनाव प्रचार में झोंकी और विजयपुर सीट पर पार्टी के दिग्गज नेताओं ने खूब पसीना भी बहाया। रावत की जीत का दावा भी भाजपा ने किया लेकिन अब जब परिणाम आए तो रावत का राज विजयपुर में खत्म हो गया। रावत के चुनाव हारने के बाद इसे भाजपा के लिए डबल नुकसान बताया जा रहा है क्योंकि अब वनमंत्री के पद से भी रावत को इस्तीफा देना पड़ेगा और तमाम प्रयासों के बाद भी साल 2023 में विजयपुर में मिली हार साल 2024 में भी भाजपा के लिए हार ही रही।
अब बात वन मंत्री रामनिवास रावत को चुनाव हराने वाले कांग्रेस प्रत्याशी मुकेश मल्होत्रा की। आपको बता दें कि मुकेश मल्होत्रा कभी भाजपा के ही एक कार्यकर्ता हुआ करते थे। साल 2023 तक वो भाजपा के सक्रिय कार्यकर्ता रहे और भाजपा सरकार में शहरिया विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष भी रहे। लेकिन साल 2023 के विधानसभा चुनावों में मुकेश मल्होत्रा ने विजयपुर सीट से भाजपा से टिकट मांग की थी। तब पार्टी ने उन पर भरोसा नहीं दिखाया नतीजा ये रहा कि मुकेश मल्होत्रा निर्दलीय चुनाव मैदान में उतर गए और तब 44128 वोट हासिल किए थे। साल 2024 में लोकसभा चुनाव के वक्त मुकेश मल्होत्रा कांग्रेस में शामिल हुए थे जिन पर उपचुनाव में कांग्रेस ने भरोसा जिताया और मुकेश मल्होत्रा भरोसे पर खरे उतरते हुए विजयपुर में कांग्रेस का परचम लहराने में कामयाब रहे।