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भोपाल

पैगंबर साहब खजूर से खोलते थे रोजा, सुबह खाली पेट 1 खजूर खाने से दुरुस्त रहता है हीमोग्लोबिन लेवल, जानिए फायदे

Dates Benefits: 30 से ज्यादा वैरायटी बाजार में, सौ से ढाई हजार रु. किलो तक दाममदीना, ईरान, इराक के खजूर भोपाल में, रमजान में पांच गुना बढ़ी खपत

भोपालMar 22, 2024 / 11:36 am

Astha Awasthi

Dates Benefits

Dates Benefits: रमजान में शहर के बाजारों में खजूर की खास डिमांड हैं। गुजरात और महाराष्ट्र के साथ ही कई खाड़ी देशों से खजूर शहर में बिकने को आई हैं। खजूर से रोजा इफ्तार सुन्नत माना जाता है। इसी के चलते इसकी खरीदी जोरों पर है। आसपास के जिलों में यहां से सप्लाई है। शहर में हर रोज करीब पांच टन खजूर की खपत हो रही है। बताया गया कि आम दिनों के मुकाबले पांच गुना ज्यादा खपत बढ़ गई है।

 

रमजान में रोजों का सिलसिला जारी है। खजूर की बिक्री भी जोरों पर हैं। जुमेराती खजूर की मंडी कहा जाता है। यहां थोक और रिटेल के कारोबारी है। करीब सात साल से इस कारोबार से जुड़े शकील अहमद ने बताया कि आम दिनों के मुकाबले कई गुना ज्यादा खपत बढ़ गई है। दाम सौ रुपए किलो से शुरू होते हैं। यह दो से ढाई हजार रुपए किलो तक है। खजूर कारोबारी अनीस के मुताबिक शहर के आसपास कई जिलों से लोग खरीदी के लिए यहां आते हैं। रमजान माह की शुरुआत से पहले और पहले रोजे पर बिक्री सबसे ज्यादा थी। इसके बाद कुछ कम होती है।

 

 

सबसे बेहतर खजूर अजवा खजूर कहा जाता है। यह केवल साउदी अरब के मदीना में होता है। इसकी धार्मिक मान्यता है। इसके अलावा कलमी खजूर, किमिया खजूर मुहैया है। अन्य किस्में में इराक की हलावी, खदरावी, सायर, बरही एवं जाहिदी, उत्तर अफ्रीकी देशों की डेग्लेटनूर भी बाजार में उपलब्ध है। करीब तीस से ज्यादा किस्में मुहैया है।

 

मुकद्दस माह रमजान में रोजे और इबादत का सिलसिला जारी है। रमजान माह का दूसरा जुमे पर नमाज के साथ विशेष दुआ की जाएगी। इस माह के दस दिन पूरे होने के साथ ही दूसरा असरा भी शुरू हो गया। यह असरा मगफिरत का रहेगा। बीस रोजे तक मगफिरत की दुआएं की जाएंगी। रमजान माह में जुमे का विशेष महत्व है। शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद अमनो आमान के लिए दुआ की जाएगी। जामा मस्जिद, ताजुल मसाजिद सहित राजधानी की कई मस्जिदों में लोग पहुंचेंगे। वहीं इस महीने का दूसरा असरा भी शुरू हो गया है।

 

खजूर से रोजा खोलने की धार्मिक मान्यता है तो वहीं वैज्ञानिक महत्व भी है। जानकार बताते हैं पैगंबर साहब खजूर से रोजा खोला करते थे। यह उनका पसंदीदा फल है। भोपाल की डायटिशियन सीमा शर्मा के मुताबिक भी इसमें हाई फाइबर और मिनिरल युक्त आहार होने के कारण इसे रमजान की शुरुआत में खाना काफी बेहतर है। रोजेदार पूरा दिन कुछ खाता पीता नहीं है। खजूर ऊर्जा देने के साथ ही शरीर में हाईड्रेशन बनाए रखने में मदद करता है। यह तुरंत एनर्जी देता है।
रोज़ाना सुबह के समय खाली पेट खजूर खाने से हमार इम्यून सीस्टम मजबूत होगा। इसमें मौजूद कैल्शियम, आयरन, विटामिन, एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-ऑक्सीडेंट जैसे गुण आपकी कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं।

 

यहां सऊदी अरब, मिस्त्र, कुवैत, मदीना, ईरान, इराक , इजराइल, अफगानिस्तान कई देशों से खजूर बिकने के लिए आते हैं।

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