जबलपुरः बरगी बांध खोलने से नर्मदा में अलर्ट
नर्मदा नदी पर स्थित बरगी बांध ओवर फ्लो होने के कारण उसके 15 गेट खोले जा चुके हैं। प्रशासन ने नर्मदा किनारे के सभी शहरों और गांवों को अलर्ट रहने को कहा है। वहीं कहा गया है कि निचली बस्तियों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने को कहा गया है।
तवाः 11 गेट खोलने से बढ़ा नर्मदा का पानी
इटारसी के पास स्थित तवा बांध का पानी छोड़े जाने के बाद नर्मदा का जल स्तर बढ़ गया है। इससे पहले सारनी के सतपुड़ा डैम का पानी छोड़ा गया था। शुक्रवार को ताजा जानकारी के मुताबिक तवा डैम के 11 गेट खोले गए हैं। इस कारण नर्मदा का जल स्तर और भी बढ़ गया है।
खंडवाः इंदिरा सागर बांध
नर्मदा नदी पर बने इंदिरा सागर डैम के चार गेट शुक्रवार को खोल दिए गए हैं। इसके बाद ओंकारेश्वर बांध के गेट भी खोलना पड़े हैं। इस कारण ओंकारेश्वर के घाट पर पानी बढ़ गया है और लोगों के नहाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, वहीं नौकाविहार भी रोक दी गई है।
ओंकारेश्वरः पानी के नजदीक जाने पर प्रतिबंध
ओंकारेश्वर डैम का जल स्तर पूरा हो जाने के कारण इसका पानी भी छोड़ा जाने लगा है। जबकि आने वाले श्रद्धालुओं का पानी की तरफ जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। वहीं नौकायन व्यवस्था को भी रोक दिया गया है। नर्मदा का जल स्तर बढ़ने के कारण सभी डैम का पानी छोड़ दिया गया है, जबकि ओंकारेश्वर डैम भी भर जाने के कारण उसका पानी भी छोड़ा जाने लगा है।
शिवपुरीः अटल सागर बांध लबालब
इधर, शिवपुरी का अटल सागर बांध भी पिछले कुछ दिनों से हो रही लगातार बारिश से लबालब हो गया है। प्रशासन के मुताबिक कुछ ही घंटों में यहां के गेट भी खोले जा सकते हैं।
प्रदेश के बांधों की स्थिति
बरगी- 422.76 (फुल लेवल)
गांधी सागर- 399.90
तवा डैम: 355.40
इंदिरा सागर 262.13
(आंकड़े मीटर में)
बिजली बनाकर छोड़ा जा रहा है पानी
इंदिरा सागर, तवा और बरगी बांध का पानी लगातार छोड़ा जा रहा है। इस दौरान बिजली बनाने का काम भी चल रहा है। मंदसौर-नीमच जिले का गांधी सागर डैम, खंडवा जिले के मूंदी में स्थित इंदिरा सागर डैम, अशोकनगर चंदेरी का राजघाट बांध से भी पानी छोड़ा जा रहा है।
कई जिलों में अलर्ट
बरगी बांध, इंदिरा सागर बांध, तवा बांध और ओंकारेश्वर बांध का पानी छोड़ने के बाद नर्मदा का जल स्तर खतरे के निशान पर पहुंच गया है। इसे देखते हुए प्रशासन ने गुजरात तक नर्मदा किनारे शहरों और गांवों को अलर्ट रहने को कहा है। वहीं नर्मदा के सभी घाट पर नौका विहार और लोगों को नहाने से रोका जा रहा है।
भोपाल के बांध भी लबालब
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल का बड़ा तालाब भी लबालब होने के कारण उसके भदभदा स्थित सायफन खोल दिए गए हैं। लगातार हो रही बारिश के कारण प्रशासन इसके लेबल को मेंटेन कर रहा है। सीहोर में बारिश होने के कारण कोलांस नदी में पानी बढ़ गया है, जो भोपाल तालाब में मिल जाती है। इस कारण लगातार भदभदा के गेट खोले जा रहे हैं।
-इसके अलावा भदभदा के गेट खुलने का असर कलियासोत डैम पर भी पड़ा है। कलियासोत डैम भी लबालब हो गया है। जिस कारण कलियासोत का एक गेट खोल दिया गया है।
-भोपाल के कोलार, केरवा, हलाली डैम, हताईखेड़ा डैम का पानी अब तक नहीं छोड़ा गया है।
-भदभदा डैम के गेट अब तक पांचवी बार खोले जा चुके हैं।
मध्यप्रदेश में बाढ़ की ताजा स्थिति
पूरे मध्यप्रदेश में बाढ़ की स्थिति है। लगभग सभी नदियां उफान पर है। निचली बस्तियों में से लोगों को निकालने के लिए हेलिकाप्टर से रेस्क्यू करके लोगों को निकालना पड़ा है। रतलाम, नीमच, मंदसौर, टीकमगढ़, सागर, इटारसी, शाजापुर में बाढ़ के हालात हैं। ओरछा में तीन चरवाहों और टीकमगढ़ में तीन लोगों को हेलिकाप्टर के जरिए रेस्क्यू करके निकाला गया।
-राजगढ़ में नाला उफान पर आने के कारण दो युवक पानी में बह गए। एक का शव मिल गया है, जबकि दूसरा अब तक लापता है।
-बारिश में भोपाल से जबलपुर मार्ग बंद है और विदिशा-रायसेन राष्ट्रीय राजमार्ग भी तीन दिनों से बंद है।
-श्योपुर से सवाई माधोपुर जाने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग मार्ग दांतरदा गांव की पुलिया पर चंबल नदी के बाढ़ का पानी घुसने से बंद हो गया है।
स्कूलों की छुट्टी
भारी बारिश के चलते गुना, अशोकनगर और राजगढ़ में स्कूलों में छुट्टी दे दी गई है। भोपाल में भी शुक्रवार को सुबह से बारिश का दौर रुक-रुक कर जारी है।