bell-icon-header
भोपाल

Exclusive Interview : भाजपा में आए नेताओं को सत्ता में भागीदारी मिलेगी या नहीं ? सीएम मोहन यादव ने दे दी बड़ी गारंटी

CM Mohan Yadav Exclusive Interview : मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव की पत्रिका के राज्य संवाददाता से खास बातचीत। अहम सवालों पर मुख्यमंत्री ने बड़ी बेबाकी से जवाब दिए। देखें स्पेशल रिपोर्ट..।

भोपालMay 11, 2024 / 02:08 pm

Faiz

विजय चौधरी, भोपाल
लोकसभा चुनाव 2024 के रण में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का भी इम्तिहान है। सूबे के मुखिया के होने के नाते उनकी प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। तीनों चरणों के चुनाव में वे सक्रिय रहे। खासतौर पर छिंदवाड़ा लोकसभा सीट और ग्वालियर-चंबल अंचल में। अब चौथे चरण की सीटों पर भी प्रचार में पूरी ताकत झोंक दी है। सुबह से देर शाम तक सभाएं, रोड शो कर रहे हैं। इसी व्यस्तता के बीच पत्रिका मध्य प्रदेश के राज्य संपादक ने मुख्यमंत्री से भाजपा के घोषणा-पत्र, दल बदलने वाले नेताओं, लाड़ली बहना योजना, भविष्य के रोडमैप पर विस्तृत सवाल-जवाब किए। पेश हैं सीएम से खास बातचीत के प्रमुख अंश…।
यह भी पढ़ें- Exclusive Interview : CM मोहन यादव बोले- गलती करेंगे तो आईना दिखाऊंगा, कांग्रेस ने इस चुनाव में अपनी साख पर बट्टा लगा लिया

पत्रिका का सवाल : चंद महीनों में आप सीएम बने उसके बाद पार्टी ने सात राज्यों का आपको स्टार कैंपेनर बनाया, तेजी से बढ़ते अपने ओहदे को पार्टी के भीतर आप कैसे देखते हैं ?
सीएम का जवाब : इसका मेरे मन पर कोई असर नहीं है। हम सब मूलत: भाजपा के कार्यकर्ता हैं और इन सब दायित्वों को भी कार्यकर्ता के भाव से लेते हैं। पार्टी हमेशा सबको अलग-अलग स्थानों पर भेजती है। इसी नाते मैं अपनी ड्यूटी कर रहा हूं। हमें जहां भी भेजेंगे, काम करेंगे। जहां जाएंगे, भाजपा का झंडा फहराएंगे।
पत्रिका का सवाल : आपको लगता है कि कमलनाथ कांग्रेस के अध्यक्ष होते तो चुनाव बेहतर होता ?

सीएम का जवाब : यह एक काल्पनिक सवाल है, इसका जवाब कैसे दूं?

पत्रिका का सवाल : छिंदवाड़ा सीट के बारे में क्या आकलन है ?
सीएम का जवाब : यह सीट लंबे अरसे से कांग्रेस के पास है। इस बार हमने पूरी ताकत से मेहनत की है। हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष, प्रदेश अध्यक्ष, गृहमंत्री, मैं स्वयं, कैलाश विजयवर्गीय वहां रहे। जिस तरह से नीचे तक हमने नेटवर्क तैयार किया है, मैं गारंटी ले सकता हूं कि वहां कांग्रेस बुरी तरह से हारेगी।
पत्रिका का सवाल : चलते चुनाव में कांग्रेस के तीन विधायक भाजपा में आए। और भी हजारों की संख्या में नेता-कार्यकर्ता आए। वैचारिक द्वंद को रोकने के लिए क्या चुनाव के बाद कोई विशेष ट्रेनिंग कार्यक्रम होगा ?
सीएम का जवाब : भाजपा में समय-समय पर प्रशिक्षण वर्ग चलते हैं, उसमें सभी शामिल होंगे। प्रक्रिया ऐसी है कि जो भी नया आता है, वह भाजपा में ढल जाता है। ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके साथ आए नेताओं, कार्यकर्ताओं को आप देख सकते हैं।
पत्रिका का सवाल : कांग्रेस से आए नेताओं की क्या सत्ता में भागीदारी तय होगी ?

सीएम का जवाब : जैसी जिसकी योग्यता है, पार्टी उसे काम देती है। पार्टी में सब लगातार आगे बढ़ते हैं। आप याद करो, राजमाता सिंधिया कांग्रेस से ही आईं थीं। वे ताजिंदगी भाजपा में रहीं और पार्टी को खड़ा करने में उनकी बहुत बड़ी भूमिका रही, लेकिन वे कभी सत्ता की हिस्सेदार नहीं बनीं। उन्हें तो राष्ट्रीय अध्यक्ष भी बनाने की पेशकश की गई थी। वे उस पद पर भी नहीं गईं। तो ऐसे उदाहरण भी हमारे पास हैं। जो यहां आता है, इस विचारधारा में रम जाता है। ऐसे में कल क्या होगा, यह कौन क्या कह सकता है? हां, भाजपा में सबका सम्मान रहेगा, यह गारंटी मैं दे सकता हूं।
पत्रिका का सवाल : जो विधायक आए हैं, क्या वे भाजपा से अगला उपचुनाव लड़ेंगे ?

सीएम का जवाब : क्यों नहीं लड़ेंगे, अगर विधायक आए हैं तो हमारा नैतिक दायित्व नहीं बनेगा कि उन्हें विधायक लड़ाएं। पहले भी जो विधायक आए, उन्हें चुनाव लड़वाया क्योंकि आखिर वे जनप्रतिनिधि तो हैं ही। वैसे, ये सारी बातें अभी बताने की नहीं हैं। सबकी योग्यता और क्षमता के आधार पर जहां जिसकी जरूरत होगी, लगाया जाएगा।
यह भी पढ़ें- भाजपा की लहर के सवाल पर उमंग सिंघार बोले- लहर तो महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ है, इसी से भाजपा सरकार उखड़ेगी

पत्रिका का सवाल : लोकसभा चुनाव के बाद आपका अगला लक्ष्य क्या होगा?
सीएम का जवाब : भाजपा एक परिवारभाव से चलती है। पार्टी के भीतर ऐसा बौद्धिक वर्ग है जो प्रदेश की बेहतरी के लिए सोचता रहता है। उसी हिसाब से प्रदेश को आगे बढ़ाते रहेंगे।
पत्रिका का सवाल : अयोध्या में रामलला, काशी में ज्ञानवापी जैसा ही मध्यप्रदेश में भोजशाला का मुद्दा है, क्या कहेंगे ?

सीएम का जवाब : भोजशाला का मसला अभी कोर्ट में विचाराधीन है। इस पर मैं बोल नहीं सकता। हां, कोर्ट को जरूर धन्यवाद देना चाहूंगा कि भोजशाला में सर्वे हो रहा है।
पत्रिका का सवाल : इस चुनाव में कांग्रेस के घोषणा-पत्र की ज्यादा चर्चा है। भाजपा के घोषणा-पत्र की बात कम हो रही है ?

सीएम का जवाब : भाजपा के घोषणा-पत्र में इतनी विशालता और उदारता है कि विवाद की कोई बात नहीं। कांग्रेस ने गलतियां की हैं, आर्थिक सर्वे की बात कही है। वर्षों से चल रहे आरक्षण को खत्म कर अल्पसंख्यकों को आरक्षण देने की बात कर रहे हैं। कांग्रेस आरक्षण का कर्नाटक मॉडल लागू करना चाहती है, यह कैसे होने देंगे? इस पर तो हमें बोलना ही होगा।
पत्रिका का सवाल : कांग्रेस का मानना है कि कम वोटिंग से उसे फायदा होगा ?
सीएम का जवाब : कांग्रेस इसी भरोसे बैठी रहे तो जीरो में भी आनंद ले ले। पहले ही उनके पास कुछ है नहीं और अब इस तरह के तर्क दे तो लोकतंत्र के लिए अच्छी बात नहीं है।
पत्रिका का सवाल : आपकी छवि हिन्दूवादी नेता की रही है। आप हमेशा मंदिर-मस्जिद पर अपने भाषणों में जिक्र करते हैं। क्या इस बार आप अपनी हिन्दूवादी छवि को और चमका रहे हैं ?
सीएम का जवाब : सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के प्रति मेरा विश्वास सुदृढ़ है। हमें यदि हमारे भगवान राम और कृष्ण पर और गौरवशाली अतीत पर गर्व है तो इसमें शरमाना क्यों? मैंने तो पाठ्यक्रम में भी ऐसे अध्याय जोड़े हैं, जिससे बच्चों को सांस्कृतिक विरासत को समझने में मदद मिलेगी।
पत्रिका का सवाल : इस चुनाव के बाद प्रदेश के तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों कमलनाथ, दिग्विजय सिंह और शिवराज सिंह चौहान का क्या भविष्य देखते हैं ?

सीएम का जवाब : मैं कोई भविष्यवक्ता नहीं हूं। सरकार चलाने में हम शिवराजजी का मार्गदर्शन लेते हैं और लेते रहेंगे। उनका लंबा अनुभव है। कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के अनुभव का भी लाभ ले सकते थे, लेकिन उन्होंने ऐसा कोई काम किया ही नहीं जिससे प्रदेश का भला हो।
पत्रिका का सवाल : चुनाव में युवाओं, महिला और किसानों की बहुत बात है, लेकिन बुजुर्गों की बात कम है। ऐसा क्यों ?

सीएम का जवाब : बुजुर्गों के लिए हम जो योजना लेकर आए हैं, वह दुनिया में कहीं नहीं है। सत्तर वर्ष से ज्यादा आयु वालों को हम पांच लाख तक की स्वास्थ्य गारंटी दे रहे हैं। हम ही तो इसकी बात कर रहे हैं। कांग्रेस को सांप सूंघ गया है, न हां बोलती है और न मना करती है।
पत्रिका का सवाल : प्रदेश में रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए आपके पास क्या रोडमैप है ?

सीएम का जवाब : प्रदेश के भौतिक और आर्थिक संसाधनों को हम नए सिरे से देख रहे हैं। हमारी कृषि विकास दर 25 प्रतिशत से ऊपर जा रही है। यह अधिकतम है। अब हम नए आयाम देख रहे हैं। जिला स्तर पर ग्रोथ ह्रश्वलान बना रहे हैं। क्षेत्रीय इन्वेस्टर्स समिट हम उज्जैन में कर चुके हैं, आगे भी योजना है। रोजगारपरक उद्योगों को लेकर हमारा रोडमैप तैयार है। बहुत जल्दी इसके रिजल्ट देंगे।
पत्रिका का सवाल : लाड़ली बहना योजना बंद नहीं होगी, यह आप बार-बार क्यों कहते हैं ? क्या कोई संशय है ?

सीएम का जवाब : कांग्रेस बार-बार कहती है कि यह योजना बंद हो जाएगी। इस कारण हमें कहना पड़ता है। कोई योजना बंद नहीं होगी, हमारे पास आर्थिक इंतजाम पूरे हैं। हम झूठ बोलने वाले लोग नहीं हैं, जो बोलते हैं करके दिखाते हैं।

Hindi News / Bhopal / Exclusive Interview : भाजपा में आए नेताओं को सत्ता में भागीदारी मिलेगी या नहीं ? सीएम मोहन यादव ने दे दी बड़ी गारंटी

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.