अमूमन परिणाम जारी होने के करीब 15 दिनों में बोर्ड की मार्कशीट मिलती है जिससे स्टूडेंट को कई दिक्कतें होती हैं। इस बार ये झंझट खत्म कर दी गई है। सीबीएसई द्वारा बोर्ड परीक्षा के परिणाम जारी करने के साथ ही स्टूडेंट की मार्कशीट भी डिजिलॉकर में अपलोड कर दी जाएगी। खास बात यह है कि मार्कशीट को स्टूडेंट जरूरत पड़ने पर कहीं भी उपयोग भी कर सकेगा।
यह भी पढ़ें—आरक्षण पर हाईकोर्ट का बड़ा फैसला, ईडब्ल्यूएस के लिए अनारक्षित में से 10 प्रतिशत कोटा सीबीएसई बोर्ड द्वारा पिछले साल प्रायोगिक तौर पर डिजिलॉकर की शुरुआत की गई थी। इस बार सभी सीबीएसई स्कूलों में इसे लागू कर दिया गया है। इस संबंध में सीबीएसई स्कूलों को निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं। बोर्ड परीक्षाओं के परिणामों के साथ ही परीक्षार्थियों की मार्कशीट भी डिजिलॉकर पर अपलोड कर दी जाएगी। परीक्षार्थी स्कूल से पासवर्ड लेकर अपनी मार्कशीट डाउनलोड कर सकेंगे।
अभी सीबीएसई बोर्ड की मार्कशीट परीक्षा परिणाम घोषित होने के करीब 10—15 दिनों में स्कूल पहुंच पाती है। इस अवधि में मार्कशीट के अभाव में कई परीक्षार्थी उच्च अध्ययन के लिए मनपसंद शिक्षण संस्थाओं में एडमिशन नहीं ले पाते। विशेष तौर पर पढ़ाई के लिए विदेश जाने के इच्छुक स्टूडेेंट को इससे खासी दिक्कत होती है। डिजिलॉकर से ऐसे स्टूडेंट की दिक्कतें खत्म हो जाएंगी।
सीबीएसई बोर्ड ने डिजिलॉकर के लिए सभी संबंधित स्कूलों को कोड और आइडी भेज दिया है। परीक्षा परिणाम घोषित होते ही मार्कशीट भी डिजिलॉकर पर अपलोड हो जाएगी। स्कूलों के भेजे गए आइडी और कोड डालकर परीक्षार्थी तुंरत अपनी मार्कशीट डाउनलोड कर इसके प्रिंट निकाल सकेंगे।
सीबीएसई बोर्ड की 10 वीं और 12 वीं की परीक्षाओं का परिणाम इस बार 20 मई के आसपास जारी होने की संभावना है। भोपाल जिले में इस बार 140 सीबीएसई स्कूलों के करीब 30 हजार परीक्षार्थी इन परीक्षाओं में शामिल हुए हैं।
ऐसे डाउनलोड कर सकते हैं मार्कशीट
डिजिलॉकर से मार्कशीट निकालने के लिए सीबीएसई की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। यहां डिजिलॉकर की लिंक पर क्लिक करें। स्कूल कोड, रोल नंबर के अलावा 6 डिजिट वाली सिक्योरिटी पिन दर्ज करें। इसके बाद रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर ओटीपी आएगी। इस ओटीपी के दर्ज करते ही डिजिलॉकर एकाउंट शुरू हो जाएगा।
डिजिलॉकर से मार्कशीट निकालने के लिए सीबीएसई की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। यहां डिजिलॉकर की लिंक पर क्लिक करें। स्कूल कोड, रोल नंबर के अलावा 6 डिजिट वाली सिक्योरिटी पिन दर्ज करें। इसके बाद रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर ओटीपी आएगी। इस ओटीपी के दर्ज करते ही डिजिलॉकर एकाउंट शुरू हो जाएगा।