भोपाल। मध्यप्रदेश सरकार बजट से पहले इस बार कई तैयारियों में जुट गई है। खास बात यह है कि इस बार 1 फरवरी को भाजपा विधायक दल की बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में विधायकों से बजट को लेकर चर्चा की जाएगी और उनके भी सुझाव इस बजट में सम्मिलित किए जाएंगे। गौरतलब है कि भाजपा के ही विधायकों की नाराजगी की चलते इस बैठक को काफी अहम माना जा रहा है।
मध्यप्रदेश सरकार ने वित्तीय वर्ष 2022-23 की तैयारी तेज कर दी है। इस बार भाजपा विधायक दल की बैठक बुलाने की पीछे उनके सुझाव लेना है, जिससे आने वाले दिनों में उनकी नाराजगी न झेलना पड़े। यह बैठक एक फरवरी को होगी। सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में विधायकों से उनके क्षेत्रों के विकास के लिए बजट अलाटमेंट पर भी चर्चा की जाएगी। साथ ही भाजपा विधायकों के क्षेत्रों में क्या-क्या काम हुए उसकी भी बात की जाएगी। इसके लिए विधायकों को पहले से अपने क्षेत्रों की तैयारी करने को कह दिया गया है। विधायकों को 15 करोड़ तक के बजट तक की पांच अलग-अलग डीपीआर बनाने को कहा है। इस दौरान विधायकों से फीडबैकभी लिया जा सकता है। इसके अलावा संगठन से जुड़ी बूथ विस्तार योजना को लेकर भी चर्चा कर सकती है।
शपथ को तोड़ रहे सीएम
कांग्रेस ने भाजपा विधायकों को बजट बैठक से पहले बुलाने को गंभीरता से लिया है। कांग्रेस नेता एवं पूर्व मंत्री गोविंद सिंह का आरोप है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान उस शपथ को तोड़ रहे हैं जो उन्होंने मुख्यमंत्री बनते समय ली थी। सिंह का कहना है कि शपथ केवल अपनी ही पार्टी के विधायकों को फोन कर बजट की तैयारी कर रहे हैं। यह भेदभावपूर्ण व्यवहार है। संविधान के खिलाफ जाकर काम कर रहे हैं।